एसटीएफ की रडार पर 17 शिक्षक

जिले में अनुदानित व परिषदीय विद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्ति में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की गई है। एसटीएफ की रडार पर जिले में तैनात 17 शिक्षक हैं। जिनके बारे में एसटीएफ ने बीएसए से जानकारी मांगी है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 18 Jan 2022 10:17 PM (IST) Updated:Tue, 18 Jan 2022 10:17 PM (IST)
एसटीएफ की रडार पर 17 शिक्षक
एसटीएफ की रडार पर 17 शिक्षक

देवरिया: जिले में अनुदानित व परिषदीय विद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्ति में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की गई है। एसटीएफ की रडार पर जिले में तैनात 17 शिक्षक हैं। जिनके बारे में एसटीएफ ने बीएसए से जानकारी मांगी है। इसमें कुछ के कागजात भी एसटीएफ तक पहुंच चुके हैं।

जिले में परिषदीय विद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्ति में धांधली की जांच एसटीएफ कर रही है। अभी तक 53 शिक्षकों को फर्जी कागजात पर नौकरी करते हुए पकड़े जाने के बाद बर्खास्त किया जा चुका है। अभी भी कुछ ऐसे शिक्षक हैं, जो दूसरे के प्रमाण पत्र या फर्जी प्रमाण पत्र पर नौकरी कर रहे हैं। इनको एसटीएफ अब चिन्हित करने में जुटी है। साथ ही उनकी जानकारी भी बीएसए से मांगी है। बेसिक शिक्षा अधिकारी संतोष कुमार राय ने बताया कि एसटीएफ जो जानकारी मांगती है, उसे उपलब्ध कराया जाता है। जिस विद्यालय की शिकायत आई थी, उस मामले में कार्रवाई हो चुकी है। अन्य विद्यालयों को चिन्हित किया जाएगा। अनुदानित विद्यालयों में भी नियुक्ति में हुई है गड़बड़ी

जिले में परिषदीय विद्यालयों के साथ ही अनुदानित विद्यालयों में भी शिक्षकों की नियुक्ति में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की गई है। शिक्षकों की नियुक्ति में नियम को ताख पर रख कर 2008 के पहले बीएड की डिग्री पर की गई है। जबकि उस समय केवल बीटीसी डिग्री ही नियुक्ति के लिए मान्य थी। मनिहारी में इस तरह की डिग्री पर हुई नियुक्ति के मामले में आठ शिक्षकों पर कार्रवाई करते हुए सेवा समाप्त की जा चुकी है। ऐसे शिक्षकों पर भी एसटीएफ की नजर है।

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