गूंजते रहे पूरबिया गीत

जागरण संवाददाता, देवरिया : लोक पर्व छठ विधि-विधान से उल्लासपूर्ण वातावरण में मनाया गया। अस्ताचलग

By Edited By: Publish:Thu, 30 Oct 2014 06:04 PM (IST) Updated:Thu, 30 Oct 2014 06:04 PM (IST)
गूंजते रहे पूरबिया गीत

जागरण संवाददाता, देवरिया : लोक पर्व छठ विधि-विधान से उल्लासपूर्ण वातावरण में मनाया गया। अस्ताचलगामी सूर्य को अ‌र्घ्य देने के लिए महिलाएं घरों से नंगे पांव घाटों तक पहुंचीं। वहां बेदी पर पूजन सामग्री रख सूर्यदेव को अ‌र्घ्य दिया। कई परिवारों में मन्नत पूरी होने पर कोसी भी भरने की तैयारी थी। व्रती महिलाओं के साथ बैंडबाजे, ढोल-नगाड़े बजाते लोग झूमते गाते घाटों की तरफ जा रहे थे। उनके समूह से भोजपुरी के कर्णप्रिय पारंपरिक गीत गूंज रहे थे।

नगर के बथुआ नदी के सेमरौना घाट, पक्का घाट, शीतला माता के समीप की पोखरी, पूर्वी बाईपास के लमुंहा स्थित पोखरी पर साफ-सफाई और विशेष प्रकाश व्यवस्था कराकर घाटों को पहले ही चाक चौबंद कर दिया गया था। भीड़ के चलते घाटों पर तिल रखने की जगह नहीं थी। सभी घाट दीपमालाओं से सजे रहे। लोगों ने पोखरों व घाटों पर दीपदान भी किया। राप्ती और गोर्रा नदियों के किनारे सहित रामलक्षन, पकड़ी बाजार, बैरियाघाट, खोरमा और एकौना के अलावा आसपास क्षेत्रों में भी छठ पर्व बड़े धूमधाम से मनाया गया। इस मौके पर चेयरमैन छठ्ठेलाल निगम, विनोद गुप्ता, प्रदीप यादव, सीपी सिंह, कौशल किशोर सिंह, महेश वर्मा, मनीष गुप्त, ई.सुशील चंद, महेश वर्मा, साधुशरण जायसवाल, एसके सिंह, सुभाष चंद मद्धेशिया, दिनेश पांडेय, दिनेश राव सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।

एक पोखरे पर दो जनपद की महिलाओं ने मनाया छठ

क्षेत्र के गोरखपुर जनपद की सीमा पर बसे खुरुहुरी, सिंहपुर, बोहाबार, हरैया व देवरिया जनपद की सीमा पर बसे बौरडीह, निबहीं, खोरमा-कन्हौली गांव की महिलाओं ने एक साथ खोरमा के पोखरे पर छठ पूजा कर डूबते सूर्य को अ‌र्घ्य दिया।

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