फिर पांच लाख के इनामी डकैत पर एसटीएफ का दांव

हेमराज कश्यप, चित्रकूट : पांच लाख के इनामी डकैत शिवकुमार पटेल उर्फ ददुआ और अंबिका पट

By JagranEdited By: Publish:Mon, 07 Jan 2019 10:57 PM (IST) Updated:Mon, 07 Jan 2019 10:57 PM (IST)
फिर पांच लाख के इनामी डकैत पर एसटीएफ का दांव
फिर पांच लाख के इनामी डकैत पर एसटीएफ का दांव

हेमराज कश्यप, चित्रकूट : पांच लाख के इनामी डकैत शिवकुमार पटेल उर्फ ददुआ और अंबिका पटेल उर्फ ठोकिया को मौत के घाट उतारने वाली उत्तर प्रदेश की स्पेशल टास्क फोर्स अब साढ़े पांच लाख के इनामी डकैत बबुली कोल के पीछे चल गई है। माना जा रहा है कि पाठा के जंगल के जर्रा-जर्रा से वाकिब एसटीएफ दस्यु बबुली को मार कर पाठा के डकैतों के अंत में अंतिम कील ठोकने का काम करेगी।

पाठा के जंगल में उतरी एसटीएफ टीम की कमान इंस्पेक्टर ऋषिकेश यादव के पास है जो ददुआ व ठोकिया आपरेशन में मुख्य भूमिका पर रहे थे। उन्हें आईजी अभिताभ यश का मार्गदर्शन मिल रहा है जो उस समय इस ¨बग के एसपी थे। ऐसे में पाठा के जंगल अब डाकू बबुली कोल के लिए उतने सुरक्षित नहीं हैं जितने अभी तक थे। भले ही उसके बिरादरी का बीहड़ों की बस्ती में दबदबा है लेकिन डकैतों के नेटवर्क को तोड़ने में माहिर एसटीएफ से डकैत बबुली कोल कैसे पार पाएगा यह आने वाला समय बताएगा। वैसे एसटीएफ ने पांच लाख के इनामी इस डकैत पर अपना दांव लगा दिया है। सोमवार को उसके भतीजे साठ हजार के इनामी पप्पू कोल को दबोच कर अपने इरादे जाहिर कर दिए हैं कि अब बबुली कोल का अंत करके ही दम लेंगे।

बता दें कि पाठा के जंगल में तीन दशक तक बादशाहत कायम करने वाले डकैत ददुआ को 22 जुलाई 2007 को मनिकपुर के झलमल जंगल में और ठोकिया को अगस्त 2008 को उसके घर के पास मार दिया था।

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