ग्रामोदय मेले में 'प्रतिभा' की खोज

जागरण संवाददाता, चित्रकूट : 'ग्रामोदय मेला' में क्षेत्र की प्रतिभाओं की खोज के लिए भी आयोजन हो रहे ह

By JagranEdited By: Publish:Sat, 25 Feb 2017 07:50 PM (IST) Updated:Sat, 25 Feb 2017 07:50 PM (IST)
ग्रामोदय मेले में 'प्रतिभा' की खोज
ग्रामोदय मेले में 'प्रतिभा' की खोज

जागरण संवाददाता, चित्रकूट : 'ग्रामोदय मेला' में क्षेत्र की प्रतिभाओं की खोज के लिए भी आयोजन हो रहे है। निबंध, चित्रकला, मेंहदी, रंगोली आदि प्रतियोगिताओं के जरिए प्रतिभा खोजने का काम हो रहा है।

तीन दिन होने वाली इन प्रतियोगिताओं में निबंध में 186 तथा चित्रकला में 97 विद्यार्थियों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। विद्यार्थियों के स्तर को ध्यान में रखकर प्रतियोगिता को माध्यमिक, उच्चतर माध्यमिक तथा महाविद्यालय समूहों में कराया गया। निबंध के विषय क्रमश: 'जल प्रबंधन आज की आवश्यकता' 'प्लास्टिक पालीथिन का दुष्प्रभाव' 'पं. दीनदयाल उपाध्याय व्यक्तित्व एवं कृतित्व' के विषय पर निबंध लिखने को दिया गया। मूल्याकंन के लिये जगदगुरू रामभद्राचार्य विकलांग विश्वविद्यालय के डा. रजनीश ¨सह असिस्टेट प्रोफेसर, जगदगुरू पब्लिक स्कूल की शिक्षिका मधु त्रिपाठी, केन्द्रीय विद्यालय चित्रकूट की प्रधानाचार्या डा. अंजनी शर्मा आदि उपस्थित रहे। चित्रकला प्रतियोगिता में 'चित्रकूट के प्राकृतिक ²श्य' अथवा 'ग्रामीण परिवेश' 'किसी मेले का ²श्य' अथवा 'चित्रकूट का दर्शनीय स्थल' 'ऐतिहासिक अथवा पौराणिक गाथा' तथा 'पं0 दीनदयाल उपाध्याय' अथवा 'राष्ट्रऋषि नानाजी देशमुख' का आलेख चित्र बनाने को दिया गया। इसके मूल्यांकन के लिये जगदगुरू रामभद्राचार्य विकलांग विश्वविद्यालय के ललित कला संकाय के विभागाध्यक्ष डा. देवेन्द्र कुमार त्रिपाठी व ग्रामोदय विश्वविद्यालय के ललित कला संकाय की विभागाध्यक्ष डा. प्रमिला ¨सह को बुलाया गया था।

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