धर्म नगरी से जल्द उड़ेगा प्लेन
जागरण संवाददाता, चित्रकूट : पर्यटन का बड़ा केंद्र होने के चलते धर्म नगरी से अब जल्द हवाई सेव
जागरण संवाददाता, चित्रकूट : पर्यटन का बड़ा केंद्र होने के चलते धर्म नगरी से अब जल्द हवाई सेवा शुरू होगी। प्रदेश के मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हुई बैठक में इस योजना को बंद नहीं करने पर सहमति बनी है। पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय को हवाई पट्टी के बीच में पड़ने वाली जमीन के एवज में दूसरी जगह देने का प्रस्ताव भी जिला प्रशासन भेज चुका है। इससे योजना जल्द परवान चढ़ेगी।
आठ साल पहले सवा किलोमीटर लंबी बनी देवांगना हवाई पट्टी के बगल में साढ़े तीन किलोमीटर की नई पट्टी के निर्माण की योजना सपा सरकार ने शुरू की थी। इसमें 63.26 हेक्टेयर जमीन में 19 हेक्टेयर में वन विभाग के पेड़ आड़े आ गए। इससे काम फिलहाल डेढ़ साल से बंद है। दैनिक जागरण ने जब इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया तो डीएम विशाख जी ने विशेष रिपोर्ट शासन को भेजी थी। इसके बाद छह अगस्त 2018 को मुख्य सचिव की अध्यक्षता में बैठक हुई।
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वाराणसी से भी जोड़ेंगे
नागरिक उड्डयन मंत्रालय के अफसरों ने धर्म नगरी को हवाई सेवा से वाराणसी व लखनऊ से जोड़ने पर भी मंथन शुरू किया है। इससे यहां आने वाले पर्यटक व श्रद्धालु वाराणसी में बाबा विश्वनाथ के दर्शन भी कर सकेंगे। इसके लिए लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, बाबतपुर, वाराणसी के अफसर यहां दो माह पहले आ भी चुके हैं।
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इन ¨बदुओं पर शुरू हुआ काम
-डीएम ने डिजिटल मै¨पग कराकर वन विभाग को 19.12 एकड़ भूमि उपलब्ध कराने का प्रस्ताव दिया।
-अपर प्रधान वन संरक्षक केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय से स्वीकृति को रखेंगे।
-अपर प्रधान वन संरक्षक अपने स्तर से भारत सरकार में पैरवी कर अनापत्ति प्रमाण पत्र दिलाएंगे।
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हवाई पट्टी से संबंधित मुख्य सचिव की बैठक के सभी ¨बदुओं पर प्रस्ताव भेजा है। अब कार्यदायी संस्था राइट्स लिमिटेड व वन विभाग को केंद्र सरकार से अनापत्ति लेनी है। बाकी कोई बाधा नहीं बची है।
-विशाख जी, जिलाधिकारी चित्रकूट