तीन सौ झटके खाकर होती हनुमान जी से मुलाकात

-???? ???? ?? ???? ?????? ????? ??????? ??? ???? ???????? ????? ????????? ???????? ???-?????? ?? ????? ????????? ???????? ???????? ?? ???? ???? ??? ???? ???????? ?? ???? ?????? ?????? ??? ???? ??? ?? ??????????? ?? ?????? ?? ?? ????? ?????? ??? ???? ?? ???? ???? ????? ???? 300 ??? ???? ??????? ???? ??????? ???? ?? ??????? ??? ???-??? ?? ??? ???? ????????? ???? ?? ???? ??? ????? ??? ????? ?? ???? ???? ????-???? ???? ?? ???? ???? ?????? ???? ???? ?? ??? ???

By JagranEdited By: Publish:Sun, 13 Oct 2019 11:07 PM (IST) Updated:Tue, 15 Oct 2019 06:01 AM (IST)
तीन सौ झटके खाकर होती हनुमान जी से मुलाकात
तीन सौ झटके खाकर होती हनुमान जी से मुलाकात

जागरण संवाददाता, चित्रकूट : देश-दुनिया से लाखों श्रद्धालु प्रत्येक अमावस्या पर धर्म नगरी आते हैं। प्रतिदिन भी इनकी संख्या हजारों में रहती है। इन श्रद्धालुओं को हनुमान जी के दर्शन गड्ढों में झटके दर झटके खाकर मिलते हैं। 300 जगह वाहन हिचकोले खाकर पहुंचते हैं। इन हालातों में दूर-दूर से आने वाले श्रद्धालु यहां की खराब छवि आंखों में बसाकर ले जाते हैं। यूपी-एमपी सीमा के कारण सड़क लगतार खराब होती जा रही है।

चित्रकूट में उत्तर प्रदेश पर्यटक आवास गृह (यूपीटी) से खोही में परिक्रमा मार्ग पर स्थित बरहा के हनुमान मंदिर तक पहुंचने वाली सड़क वर्तमान में जर्जर हो चुकी है। करीब डेढ़ किलोमीटर के दायरे में सड़क चौड़ीकरण के प्रतिदिन हजारों लोग परेशानी उठाते हैं जबकि इतनी ही दूरी की सड़क पांच साल से नहीं बनी है। सड़क पर जगह-जगह गड्ढे रात के अंधेरे में खतरनाक साबित होते हैं। यूपीटी से पीली कोठी और पीली कोठी से भगनपुर बरहा के हनुमान मंदिर तक 300 से अधिक गड्ढों से होकर गुजरना पड़ रहा है। खोही ग्राम पंचायत भवन में चित्रकूट धाम मंडल का मॉडल लर्निंग सेंटर भी बनाया गया है, जहां अक्सर बैठकों में कर्मचारियों को पहुंचना होता है। प्रतिदिन इस सड़क से हजारों की संख्या में श्रद्धालु गुजरते हैं। अमावस्या व पूर्णिमा पर हालात होते खतरनाक

अमावस्या और पूर्णिमा पर प्रत्येक माह जिले में लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं। इनमें कानपुर, बांदा, हमीरपुर, महोबा, झांसी से लेकर मध्यप्रदेश क्षेत्र के जिलों के हजारों श्रद्धालु पैदल आते हैं। इनको गड्ढों में तब्दील सड़क पर गुजरने में तमाम दिक्कतें होती हैं। खोही ग्राम पंचायत की प्रधान सुमन त्रिपाठी, पूर्व प्रधान अशोक कुमार त्रिपाठी बताते हैं कि पीली कोठी के पास से बरहा हनुमान मंदिर पहुंचने तक हालात ज्यादा खराब हो चुके हैं। दीपावली पर अमावस्या के दौरान 30 से 35 लाख के बीच श्रद्धालु आएंगे तब समस्या बढ़ेगी। अब 25 अक्टूबर से अमावस्या मेले की शुरुआत होनी है। इनका कहना है

137 करोड़ से चार सड़कों के चौड़ीकरण का काम चल रहा है। पीली कोठी से बरहा हनुमान मंदिर तक के रास्ते को भी दुरुस्त कराया जाएगा ताकि श्रद्धालुओं की दिक्कत दूर की जा सके।

-शेषमणि पांडेय, जिलाधिकारी चित्रकूट।

chat bot
आपका साथी