राज्य कर्मचारी का दर्जा देने को आशाओं ने किया प्रदर्शन
जागरण संवाददाता, चित्रकूट: राज्य कर्मचारी का दर्जा दिए जाने सहित सात मांगों को लेकर आशाओं
जागरण संवाददाता, चित्रकूट: राज्य कर्मचारी का दर्जा दिए जाने सहित सात मांगों को लेकर आशाओं ने शुक्रवार को मुख्यालय में प्रदर्शन कर जमकर नारेबाजी की। मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन एसडीएम को सौंपकर समस्याओं का निस्तारण कराने की आवाज बुलंद की।
आशा कार्यकर्ती वेलफेयर एसोसिएशन की जिलाध्यक्ष वंदना पांडेय की अगुवाई में आशाओं ने जिला मुख्यालय में प्रदर्शन किया। आशाओं ने कई घंटे तक सरकार व विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। जिलाध्यक्ष ने कहा कि आशाएं स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के साथ ही स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता में फैलाने में अहम भूमिका निभा रही हैं।फिर भी शासन द्वारा अब तक इनके लिए कोई ठोस पहल नहीं की गई। इसके कारण उनका शोषण किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन एसडीएम को सौंपा गया। इसमें आशाओं को राज्य कर्मचारी का दर्जा दिए जाने, आशाओं का न्यूनतम मानदेय 18 हजार व आशा संगनी का मानदेय 24 हजार रुपए करने, आशा व आशा संगनी को ईपीएफ व ईएसआई के दायरे में लाने की व्यवस्था करने, कार्य के दौरान दुर्घटना या मृत्यु होने पर कम से कम पांच लाख की धनराशि मुआवजा के रूप में दिलाने, आशा व आशा संगनी का बीमा कराने, उन्हें टीकाकरण के लिए प्रशिक्षण दिलाने, उम्र की बाध्यता हटाते हुए योग्यताधारी आशाओं को एएनएम तथा आशा संगनी पद पर प्रोन्नत करने व यात्रा भत्ता दिए जाने की मांग उठाई गई।