Chitrakoot Crime: राजापुर क्षेत्र में मिले महिला के शव की हुई पहचान, चकबंदी विभाग में थी लेखपाल
चित्रकूट के राजापुर क्षेत्र में छीबों गुबरौला मोड़ के पास मिले महिला के सिर कुचले शव की पहचान हो गई है। वह चकबंदी विभाग में लेखपाल थी और जनपद कौशांबी के चायल तहसील में तैनात थी। बता दें महिला शनिवार को आफिस से गायब हुई थी।
जागरण संवाददाता, चित्रकूट: राजापुर क्षेत्र में छीबों गुबरौला मोड़ के पास मिले महिला के सिर कुचले शव की पहचान हो गई है। वह चकबंदी विभाग में लेखपाल थी और जनपद कौशांबी के चायल तहसील में तैनात थी। बता दें महिला शनिवार को आफिस से गायब हुई थी। जिसकी गुमशुदगी की शिकायत घरवालों ने रविवार को दर्ज कराई गई थी।
जानकारी के मुताबिक जनपद प्रयागराज थाना धूमनगंज के बुद्धबिहार आवास कालनीपुरम, देवघाट झलवा के रहने वाले सौरजीत द्विवेदी और दीपांशी द्विवेदी ने सोमवार के महिला की पहचान अपनी 50 वर्षीय मां किरन रुपौलिहा के रूप में की है। उन्होंने बताया कि मां शनिवार को रोज की तरह तैयार हो कर ऑफिस गई थी। फिर लौट कर नहीं आई। उन्होंने परिचितों व रिश्तेदारी में फोन कर संपर्क किया और आफिस भी गए लेकिन कोई पता नहीं चला।
रविवार को हुई थी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज
इसके बाद रविवार को उनके तैनाती स्थल जनपद कौशांबी के थाना पिपरी में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। सौरजीत के साथ आए उनके मामा सत्येंद्र पांडेय ने बताया कि किरन के पति कृष्ण कुमार रुपौलिहा मूलरुप से जनपद चित्रकूट के थाना राजापुर के मझगवां के रहने वाले थे। वह प्रयागराज में चकबंदी विभाग में नौकरी करते थे तो वहीं बस गए थे। वर्ष 2012 में बहनोई की मौत के बाद किरन को मृतक आश्रित में नौकरी मिली थी।
पैतृक घर को किराए में उठा रखा था
किरन ने अपने ससुराल में दुकान और मकान किराए पर उठा रखा था। बताते हैं कि वह किराया लेने स्वयं आती थी। वैसे बेटे ने बताया कि मां जब राजापुर आती थी तो बताकर ही आती थी उसको साथ में लेकर आती थी।
टेंपो और ट्रैक्टर भी चलवाती थी किरन
यह भी जानकारी सामने आई है कि किरन सिर्फ नौकरी नहीं करती थी वह व्यवसाय के रूप में टेंपो व ट्रैक्टर भी चलवाती थी। बिहार के छपरा निवासी भाई सत्येंद्र ने बताया कि किरन के पास पांच छह टेंपो और एक ट्रैक्टर है उसको वह चलवाती थी। उसकी किसी से दुश्मनी थी इसकी जानकारी नहीं है। यह जरूर है कि प्रयागराज में एक जमीन खरीदी थी जिसमें मुकदमा चल रहा है।