टिड्डियों को लेकर किसानों के माथे पर उभरी शिकन
टिड्डियों को लेकर किसानों की बढ़ी चिता
जासं, बरहनी (चंदौली) : सोनभद्र में टिड्डी दल पहुंचने की खबर से चंदौली के किसानों खलबली मची है। उन्हें डर सता रहा कहीं जिले में टिड्डियों का हमला न हो जाए। हालांकि कृषि विभाग ने इसके लिए टीम का गठन जगह-जगह जागरूकता कार्यक्रम और दवा का छिड़काव कराया जा रहा है।
कर्मनाशा नदी के तटवर्ती इलाके एवं नरवन के मैदानी भाग में मूंग, उड़द, चरी, हरी सब्जियों की खेती बड़े पैमाने पर की गई है। पहले से ही भूरे बाल वाले कीड़े एवं फतिगों से मार्च माह से ही किसान परेशान हैं। कृषि वैज्ञानिकों की सलाह से दवाओं का प्रयोग कर थक हार गए हैं। इससे बचाव को उन्हें भारी खर्च भी उठाना पड़ा। ऊपर से गर्मी में सिचाई का खर्च उठाना पड़ रहा है। पूरी तरह छुटकारा ही नहीं मिला कि सोनभद्र के घोरावल के एक गांव में आए टिड्डी दल का समाचार सुन किसानों की माथे की चिता की लकीरें खिच गई। ककरैत में सब्जी की खेती किए किसान हरदेव चौधरी, शिवलगन चौधरी, अदसड़ के राम अशीष प्रजापति, महुंजी के दूधनाथ बिद, चारी के सुरेंद्र मौर्य, चिरंईगांव के हीरा, मुड्डा के अरविद आदि ने कहा सब्जी की फसल से अच्छी आमदनी की उम्मीद है। अगर टिड्डी दल आया तो भारी नुकसान पहुंचेगा।