महिला संगठन हर जरूरी सामान तैयार कर बाजार में उतारें

रोशनी महिला ग्राम संगठन डूहीसूही की महिलाओं ने शुक्रवार को सीडीओ डा. एके श्रीवास्तव को राखियां भेंट की। सस्ती और सुंदर राखियों की कीमत सुनकर सीडीओ भी चौंक गए। कहा बाजार में हाथ से बनी इन राखियों के मुकाबले कोई टिक नहीं सकता।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 31 Jul 2020 04:35 PM (IST) Updated:Fri, 31 Jul 2020 04:35 PM (IST)
महिला संगठन हर जरूरी सामान तैयार कर बाजार में उतारें
महिला संगठन हर जरूरी सामान तैयार कर बाजार में उतारें

जागरण संवाददाता, चंदौली : रोशनी महिला ग्राम संगठन डूहीसूही की महिलाओं ने शुक्रवार को सीडीओ डा. एके श्रीवास्तव को राखियां भेंट की। सस्ती और सुंदर राखियों की कीमत सुनकर सीडीओ भी चौंक गए। कहा बाजार में हाथ से बनी इन राखियों के मुकाबले कोई टिक नहीं सकता। उन्होंने उपहार स्वरूप महिलाओं को पैसा भी दिया। प्रेरित किया हर जरूरी सामान तैयार कर उसे बाजार में उतारें।

कोरोना संक्रमण के कारण रोजी रोजगार पूरी तरह से ठप हो गया। सरकार ने राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत महिला समूह संगठनों को रोजगार देने के साथ उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूत करने पर जोर दिया। संक्रमणकाल के दौरान स्कूल के बच्चों की ड्रेस सिलने के साथ रक्षा बंधन पर्व पर विभाग ने 50 हजार राखियां तैयार करने का लक्ष्य तय किया। तकरीबन ढाई सौ महिलाओं ने इस लक्ष्य को पूरा करते हुए चार दिन पूर्व राखियां बाजार में उतार दी। कम कीमत में अच्छी राखियों की खूब डिमांड हो रही है। संगठन की रोशनी ने बताया कि वाराणसी से कच्चा माल मंगाया, सब मिलाकर लागत पांच रुपये पड़ी, बाजार में इसे दस रुपये में बेचा जा रहा। महंगी राखियों की कीमत 50 रुपये तक है। इनमें भी 50 फीसद मुनाफा हो रहा।परियोजना निदेशक डीआरडीए सुशील कुमार, जिला विकास अधिकारी पदमकांत शुक्ल, उपायुक्त स्व: रोजगार एमपी चौबे मौजूद थे।

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