एक वर्ष में मात्र 43 पुरूषों की नसबंदी, बढ़ रही आबादी
जिला अस्पताल परिसर स्थित सीएमओ कार्यालय सभागार में शुक्रवार को कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें जनसंख्या स्थिरता पखवारा के दौरान गांव-गांव लोगों को परिवार नियोजन के बाबत जागरूक करने की रणनीति बनी। वहीं जनसंख्या नियंत्रण में महिलाओं के साथ ही पुरूषों की सहभागिता सुनिश्चित करने पर बल दिया गया।
जागरण संवाददाता, चंदौली : जिला अस्पताल परिसर स्थित सीएमओ कार्यालय सभागार में शुक्रवार को कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें जनसंख्या स्थिरता पखवारा के दौरान गांव-गांव लोगों को परिवार नियोजन के बाबत जागरूक करने की रणनीति बनी। वहीं जनसंख्या नियंत्रण में महिलाओं के साथ ही पुरूषों की सहभागिता सुनिश्चित करने पर बल दिया गया। शासन की मंशा के अनुरूप जिले में 24 जून से 27 जुलाई तक जनसंख्या स्थिरता पखवारा मनाया जाएगा।
सीएमओ डा. आरके मिश्रा ने कहा जनपद में वित्तीय वर्ष 2018-19 में 8553 महिलाओं की नसबंदी कराई गई। इसकी तुलना में पुरूष नसबंदी का ग्राफ काफी कम है। मात्र 43 पुरूषों की ही नसबंदी हुई। जनसंख्या वृद्धि के दुष्परिणामों को देखते हुए परिवार नियोजन में पुरूषों की सहभागिता बढ़ाने की जरूरत है। इसके लिए पुरूषों को जागरूक किया जाना चाहिए। महिलाएं परिवार नियोजन के विभिन्न साधनों का इस्तेमाल कर सकती हैं। ओरल पिल्स, छाया पिल्स, अंतरा इंजेक्शन, आइयूसीडी व महिला नसबंदी को अपना सकती हैं। कहा स्वास्थ्य कर्मी गांव-गांव जाकर लोगों को जागरूक करें। साथ ही छोटे परिवार के लाभ से अवगत कराएं। सीएमएस डा. अरविद कुमार सिंह ने कहा जनसंख्या स्थिरता पखवारा के दौरान घर-घर जाकर महिलाओं के साथ पुरूषों को जागरूक किया जाना चाहिए। नसबंदी कराने पर मिलने वाले अनुदान व सरकारी सहायता के बाबत भी जानकारी दें। नोडल परिवार कल्याण डा. एसके सिंह, डीपीएम सत्यप्रकाश, डीसीपीएम सुधीर राय मौजूद रहे।
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मिलती प्रोत्साहन राशि
जिला परिवार नियोजन विशेषज्ञ राजेश कुमार सिंह ने बताया कि जनसंख्या नियंत्रण में परिवार नियोजन अभियान की महत्वपूर्ण भूमिका है। परिवार नियोजन अपनाने वाले लाभार्थियों को सरकार की ओर सहायता राशि प्रदान की जाती है। मिशन परिवार विकास कार्यक्रम के तहत नसबंदी कराने पर पुरूषों को तीन हजार और महिलाओं को दो हजार रुपये प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाती है।