किशोरावस्था में तंबाकू सेवन बना सकता है नपुंसक

किशोरावस्था में तंबाकू का सेवन बना सकता है नपुंसक

By JagranEdited By: Publish:Wed, 13 Mar 2019 10:16 PM (IST) Updated:Wed, 13 Mar 2019 10:16 PM (IST)
किशोरावस्था में तंबाकू सेवन बना सकता है नपुंसक
किशोरावस्था में तंबाकू सेवन बना सकता है नपुंसक

जागरण संवाददाता, चंदौली : विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर बुधवार को जिला अस्पताल परिसर में हस्ताक्षर अभियान चलाया गया। चिकित्सकों, मरीजों, तीमारदारों ने हस्ताक्षर कर शपथ ली वे तंबाकू का प्रयोग नहीं करेंगे। अभियान के बाद सभागार में संगोष्ठी का आयोजन हुआ। प्रभारी अधिकारी जिला तंबाकू नियंत्रण प्रकोष्ठ डा. आरएस आनंद ने कहा किशोरावस्था में तंबाकू का सेवन करने से बच्चों में नपुंसकता आ जाती है। देश में कैंसर से मरने वाले 100 रोगियों में 40 तंबाकू के प्रयोग से मरते हैं।

कहा हर रोज देश में 2200 लोग तंबाकू के सेवन से काल का ग्रास बनते हैं। इसका न केवल मानसिक स्वास्थ्य पर असर पड़ता है बल्कि व्यक्ति मानसिक रोगी भी हो जाता है। यह खराब लत कैंसर के साथ हृदयरोग, मधुमेह, टीबी, लकवा, दृष्टिदोष, फेफड़े के रोग व स्वांस संबंधित रोगों को जन्म देती है। धूमपान छोड़ने के लाभ

धूमपान छोड़ने के 20 मिनट बाद रक्त चाप व हृदय गति सामान्य हो जाती है। 24 घंटे बाद कार्बन मोनोआक्साइड शरीर से बाहर निकल जाती है। 72 घंटे बाद सांस लेना आसान हो जाता है। दो से चार हफ्ते बाद रक्त संचार ठीक हो जाता है। तीन से नौ महीने बाद फेफड़े दस प्रतिशत अधिक क्षमता से कार्य करते हैं और अंगों में रक्त प्रवाह बढ़ जाता है। 12 से 60 महीने बाद हृदय रोग का जोखिम आधा हो जाता है। दस वर्ष बाद फेफड़े के कैंसर का जोखिम आधा हो जाता है। 15 वर्ष बाद हार्ट अटैक और लकवा का जोखिम उतना ही होता है जितना कभी धूमपान न करने वाले व्यक्ति में होता है। इस मौके पर डा. अविनाश, डा. एसके सिंह, डा. संजय, डा. एनके सिंह, डा. आरके वर्मा, डा. पीयूष, डा. अनिल, डा. सुमन, डा. अजय वर्मा, डा. अजय सिंह व बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।

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