कर्मनाशा नदी में डूबने से किशोर की मौत, दो को बचाया
कंदवा थाना क्षेत्र के लक्ष्मणपुर गांव के तीन किशोर शुक्रवार की शाम मूर्ती विसर्जन के दौरान कर्मनाशा नदी में डूब गए। गोताखोर व स्थानीय मल्लाहों ने दो किशोरों को अथक प्रयास कर बचा लिया लेकिन जामवंत यादव (15) का कुछ पता नहीं चला। शनिवार की दोपहर गोताखोरों ने नदी की तलहटी से उसका शव निकाला। शव बाहर आते ही परिजनों में कोहराम मच गया।
जागरण संवाददाता, बरहनी (चंदौली) : कंदवा थाना क्षेत्र के लक्ष्मणपुर गांव के तीन किशोर शुक्रवार की शाम मूर्ती विसर्जन के दौरान कर्मनाशा नदी में डूबने लगे। गोताखोर व स्थानीय मल्लाहों ने दो किशोरों को अथक प्रयास कर बचा लिया लेकिन जामवंत यादव (15) डूब गया। शनिवार दोपहर गोताखोरों ने नदी की तलहटी से उसका शव बरामद किया। शव बाहर आते ही परिजनों में कोहराम मच गया।
लक्ष्मणपुर गांव में नवरात्र में मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित की गई थी। विजयदशमी पर शाम छह बजे मूर्ती विसर्जन को गांव के दर्जनों युवक जुलूस के साथ नाचते गाते प्रतिमा के साथ कर्मनाशा नदी के पास धनाईतपुर तट पर पहुंचे और विसर्जन किया। मूर्ति विसर्जन के वक्त तीन किशोर गहरे नदी में डूबने लगे। युवकों के शोर मचाने पर गांव व अन्य युवकों ने नदी में छलांग लगा दी। उन्होंने अमन पुत्र पप्पू ¨सह (15) व कुलदीप पुत्र कमलेश (14) को किसी तरह बाहर निकाल लिए लेकिन जामवंत पुत्र रामपति यादव निवासी लक्ष्मणपुर का घंटों बाद भी पता नहीं चल सका। पुलिस ने मल्लाहों को बुलाया और जाल डालकर खोजबीन की लेकिन सफलता नहीं मिली। शनिवार को पुन: ऑपरेशन शुरू हुआ तो किशोर का शव तलहटी में मिला।
-------------------------
कक्षा नौ का छात्र था जामवंत
जामवंत यादव कक्षा 9 का छात्र था। उसकी मौत से पिता रामपति, माता सुगा देवी, बहन सोनी का रो रो कर बुरा हाल रहा। मां रोते रोते बेहोश हो जा रही थी। बड़े भाई जसवंत, मझले बलवंत को छोटे भाई जामवंत से असमय बिछुड़ने का गहरा सदमा लगा। बहन यही कह रही थी किसके हाथ में राखी बांधेगी।