समूह की महिलाएं स्वावलंबी बन औरों के लिए बनी आईना

वैश्विक महामारी के दौर में आर्थिक संकट उबरने में स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाएं समाज के लिए आईना बन गई हैं। स्वावलंबी आत्मनिर्भर बनकर समूह की महिलाओं ने माक्स बनाकर न सिर्फ कीर्तिमान स्थापित किया बल्कि औरों के लिए प्रेरणा स्त्रोत बन गई है। बात कर रहे हैं तहसील क्षेत्र के भोड़सर सर गांव के महिला स्वयं सहायता समूह की।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 25 Jul 2020 03:23 PM (IST) Updated:Sat, 25 Jul 2020 03:23 PM (IST)
समूह की महिलाएं स्वावलंबी बन औरों के लिए बनी आईना
समूह की महिलाएं स्वावलंबी बन औरों के लिए बनी आईना

जागरण संवाददाता, चकिया (चंदौली) : वैश्विक महामारी के दौर में आर्थिक संकट से उबरने में स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाएं समाज के लिए आईना बन गई हैं। स्वावलंबी, आत्मनिर्भर बनकर समूह की महिलाओं ने मास्क बनाकर न सिर्फ कीर्तिमान स्थापित किया बल्कि औरों के लिए प्रेरणा स्त्रोत बन गई है। बात कर रहे हैं तहसील क्षेत्र के भोड़सर गांव के महिला स्वयं सहायता समूह की।

महिलाओं के हुनर व जज्बे को देख जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल ने परिषदीय विद्यालय के बच्चों का ड्रेस बनाने की जिम्मेदारी सौंप दी। फिर क्या समूह की दर्जनों महिलाएं आर्थिक रूप से मजबूत होकर मंजिल हासिल करने को बेताब हैं। मील का पत्थर साबित होने को बेताब स्वयं सहायता समूह की महिलाएं इन दिनों परिषदीय विद्यालय के बच्चों का यूनिफार्म बनाने में पूरे मनोयोग से लगी हैं। समूह में लगभग तीन दर्जन महिलाओं के अलावा पुरुष सदस्य भी हैं जो नियमित रूप से अपना घरेलू कामकाज निपटाने के बाद खाली समय में सिलाई मशीन पर अपना हुनर प्रदर्शित करते हैं। गत् माह लगभग 50 हजार मास्क बनाकर कीर्तिमान स्थापित किया। इनके परिश्रम का भरपूर लाभ भी मिला। जिला प्रशासन के सहयोग से दर्जनों सिलाई मशीन स्थापित कर समूह की महिलाओं ने गांव की अन्य महिलाओं को सिलाई का प्रशिक्षण दिया। जो कुछ ही दिन में सिलाई कार्य में निपुण हो गईं। समूह की अध्यक्ष आरती सिंह ने कहा कि हमें बगैर थके बगैर रुके अपनी मंजिल पाने के लिए संघर्ष जारी रखना है। हमने खुद के सम्मान और आत्मविश्वास को जगाने की शुरुआत की है। इसलिए हमें कठिन परिश्रम करना पड़ेगा। समूह की महिलाओं ने जिलाधिकारी का आभार प्रकट किया। उपायुक्त स्वत: रोजगार महेन्द्र प्रसाद चौबे ने कहा कि समूह की महिलाओं का संघर्ष काबिलेतारिफ है। समूह की प्रियंका कुमारी, लालती देवी, रेहाना, रेखा देवी, परमिला, काजल गुप्ता, देवी गुप्ता, अफशाना बानो, विमला देवी, सीमा विश्वकर्मा, राजमुनी मौर्या, सजीला बेगम आदि महिलाएं आत्मनिर्भर बनकर आर्थिक रूप से समृद्ध होने को अग्रसर हैं।

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