मिट्टी की जांच से किसानों की आय होगी दोगुनी

आइजी के उद्गार -आधुनिक अन्नदाता के दूसरे चरण के प्रशिक्षण का शुभारंभ -किसानों ने द

By JagranEdited By: Publish:Wed, 17 Jan 2018 07:06 PM (IST) Updated:Wed, 17 Jan 2018 07:06 PM (IST)
मिट्टी की जांच से किसानों की आय होगी दोगुनी
मिट्टी की जांच से किसानों की आय होगी दोगुनी

आइजी के उद्गार

-आधुनिक अन्नदाता के दूसरे चरण के प्रशिक्षण का शुभारंभ

-किसानों ने दोहराई प्रतिबद्धता कराएंगे मिट्टी की जांच

जागरण संवाददाता, चकिया (चंदौली) : केंद्र व प्रदेश की सरकारें किसानों की आय दोगुनी करने को प्रतिबद्ध हैं। जब तक किसानों की आय दोगुनी नहीं होगी, खुशहाली संभव नहीं है। आय दोगुनी करने के लिए किसानों को आगे आना होगा। यह बातें मंगलवार को नगर स्थित द्विवेदी आईटीआई कालेज परिसर में आधुनिक अन्नदाता कार्यक्रम के दूसरे चरण के पांच दिवसीय प्रशिक्षण के शुभारंभ अवसर पर वाराणसी मंडल के आईजी दीपक रतन ने कही।कहा वर्तमान परिवेश में अत्यधिक रासायनिक उर्वरकों के प्रयोग से मिट्टी की सेहत खराब हो रही है। मिट्टी में मौजूद पोषक तत्व दिन प्रतिदिन कम होते जा रहे हैं। मिट्टी की सेहत को सुधारने के लिए जांच आवश्यक हो गई है। जब तक अन्नदाता अपनी मिट्टी की जांच नहीं करायेंगे आय दोगुनी करने का सवाल ही नहीं उठता। माटी की सेहत को सुधारने के लिए किसानों को खुद आगे आना पडेगा। जांच से मिट्टी की सेहत तो सुधरेगी ही आधिक उत्पादन भी होगा। किसानों को आह्वान किया कि वे अपनी मिट्टी की जांच अवश्य कराए। दैनिक जागरण के इस कार्यक्रम की जितनी प्रसंशा की जाए कम है। जागरण का यह अभियान आने वाले दिनों में किसानों के लिए मिल का पत्थर साबित होगा। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के महंत कुलपति तिवारी ने कहा कि वाकई किसानों के प्रति जागरण पूरी तरह संजीदा है। जागरण का यह प्रयास निश्चित तौर पर किसानों को एक नया आयाम देगा। द्विवेदी आईटीआई कालेज के प्रबंध निदेशक धर्मेन्द्र द्विवेदी ने कहा कि क्षेत्रीय किसान मिट्टी की जांच कराएं। पांच दिवसीय इस कार्यक्रम से किसानों को निश्चित रूप से लाभ मिलेगा। लालपुर के युवा प्रधान सुरेन्द्र द्विवेदी उर्फ सोनू ने भरोसा दिलाया कि ग्राम पंचातय के किसानों को इस आधुनिक खेती के तौर तरीके के बाबत जानकारी देते हुए मृदा प्रशिक्षण मशीन स्थापित करने का प्रयास करूंगा। ट्रेनर मुहम्मद इकबाल अली ने उपस्थित किसानों को मिट्टी के जांच की बेसिक जानकारी दी। बताया कि मिट्टी की जांच कब क्यों व कैसे करें। कहा किसानों को गोबर की खाद का प्रयोग करना होगा। तभी हमारी मिट्टी की सेहत सुधरेगी। ट्रेनर ने किसानों को मिट्टी का नमुना लेकर जांच का तरीका बताया। इस अवसर पर पुलिस क्षेत्राधिकारी महेन्द्र शुक्ला, कोतवाल एके सिसोदिया, मनोज ¨सह, लोकेश पांडेय, मुन्ना शुक्ला, अभिषेक पांडेय उर्फ राजू सहित किसान रोहित, नारायण ¨सह, संजीव, विजय शंकर समेत तमाम किसान उपस्थित थे। संचालन अशोक द्विवेदी व धन्यवाद ज्ञापन प्रेम शंकर त्रिपाठी ने किया।

10 से 5 बजे तक चलेगा प्रशिक्षण

जागरण के मृदा प्रशिक्षण का पांच दिवसीय अभियान निर्भयदास स्थित द्विवेदी आईटीआई के लेक्चर थिएटर में प्रतिदिन सुबह 10 बजे से सायं 5 बजे तक चलेगा। जिसमें मृदा विशेषज्ञ द्वारा किसानों को प्रशिक्षित किया जायेगा। प्रशिक्षण समापन के दिन प्रशिक्षित किसानों को प्रमाण पत्र प्रदान किया जायेगा।

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बोले किसान

जागरण के आधुनिक अन्नदाता कार्यक्रम की जितनी प्रसंशा की जाए कम है। पांच दिवसीय प्रशिक्षण के पहले दिन इस बात का भान हो गया है कि बिना मिट्टी के जांच के उत्पादन संभव नहीं है। साथ ही हमे जैविक खेती पर भी बल देना होगा। जब तक हम मिट्टी की जांच नहीं करायेंगे मृदा की सेहत को सुधार पाना संभव नहीं है।

मदन पांडेय, रघुनाथपुर

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रासायनिक उर्वरकों के अंधाधुंध प्रयोग से हमारी मिट्टी की सेहत खराब हो रही है। जागरण के प्रशिक्षण कार्यक्रम में हमे मिट्टी की सेहत को सुधारने का गुर सिखाने का मौका मिला है। हम स्वयं मिट्टी की जांच तो करायेंगे ही अन्य किसानों को भी इसके लिए प्रेरित करेंगे। जब तक मिट्टी की जांच नहीं कराई जायेगी उत्पादन की उम्मीद बेमानी है।

बब्बन यादव, पचफेडियां

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धान के कटोरे में माटी की सेहत खराब हो रही है। इससे रासायनिक उर्वरकों का प्रयोग घातक सिद्ध हो रहा है। जागरण के आधुनिक अन्नदाता कार्यक्रम की जितनी प्रसंशा की जाए कम है। जागरण ने किसानों के हित में ठोस पहल की है। आने वाले दिनों में निश्चित रूप से किसानों को इसका लाभ मिलेगा।

संजय ¨सह, मैनपुर

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जागरण के इस अभियान की जितनी प्रसंशा की जाए कम है। पांच दिवसीय प्रशिक्षण के पहले दिन हमे माटी की बेस का आकलन हुआ है। इस बात का भान हो गया है कि हमे मिट्टी की जांच कराए बगैर खेती करना बेकार है। जांच से मिट्टी मे मौजूद पोषक तत्वों की जानकारी तो होगी ही कमी को भी दूर किया जा सकता है।

रामानंद यादव, भभौरा

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मिट्टी में मौजूद पोषक तत्व की दिन प्रतिदिन कमी होती जा रही है। इन तत्वों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए हमे मिट्टी की जांच कराना आवश्यक हो गया है। जब तक हम म्रीदा की जांच नहीं करायेंगे माटी की सेहत को सुधार पाना संभव नहीं है। स्वयं के साथ अन्य किसानों को भी जांच के प्रति प्रेरित करेंगे।

रोहित मौर्या, तिलौरी

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जागरण के आधुनिक अन्नदाता कार्यक्रम की जितनी भी प्रसंशा की जाएं कम है। जागरण ने माटी की सेहत सुधारने की ठोस पहल की है। जिसका आने वाले दिनों में किसानों को निश्चित रूप से लाभ मिलेगा। मिट्टी में मौजूद पोषक तत्व कार्बन की कमी को दूर करने से ही माटी की सेहत सुधरेगी। अब बगैर मिट्टी की जाएं कराए खेती नहीं करेंगे।

रोशन द्विवेदी, लालपुर।

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