नशामुक्ति को हर रोज दस घरों में हस्ताक्षर कराती हैं सरिता

जासं, मुगलसराय (चंदौली) : समाज को नशा से मुक्त कराने के लिए सामाजिक स्तर पर तरह तरह के अ

By JagranEdited By: Publish:Sat, 23 Sep 2017 07:16 PM (IST) Updated:Sat, 23 Sep 2017 07:16 PM (IST)
नशामुक्ति को हर रोज दस घरों में हस्ताक्षर कराती हैं सरिता
नशामुक्ति को हर रोज दस घरों में हस्ताक्षर कराती हैं सरिता

जासं, मुगलसराय (चंदौली) : समाज को नशा से मुक्त कराने के लिए सामाजिक स्तर पर तरह तरह के अभियान चलते हैं। ..पर कोई एक महिला स्वयं इस अभियान को खुद से जोड़ती हुई, निकल पड़े तो यह निश्चित रूप से बड़ी बात है। ऐसी ही मजबूत संकल्प वाली महिला हैं सरिता गुप्ता। 52 वर्षीय सरिता हर रोज समय निकालकर दस घरों में जाती हैं और समाज को नशामुक्त कराने के लिए हस्ताक्षर कराती हैं। उन्होंने एक लाख लोगों से हस्ताक्षर कराने का संकल्प लिया है।

लाट नंबर एक के व्यापारी राजेश गुप्ता की पत्नी सरिता वैसे तो गृहणी हैं लेकिन अपने सामाजिक कार्यों की वजह से इनकी अलग पहचान भी है। इनकी सास गायत्री परिवार से जुड़ी थीं। वहीं से नशामुक्ति के अभियान का संकल्प मिला। इस संकल्प को ही इन्होंने अपने जीवन का आधार बना लिया। रोज दस घरों में वे पहुंचती हैं। वहां के लोगों को समझाती हैं, फिर उनसे नशामुक्ति के लिए हस्ताक्षर करवाती हैं। कई बार लोगों को बैठाकर गोष्ठी भी करती हैं। शुरू शुरू में ये अकेली निकलती थीं, लेकिन अब उनके साथ उनके मोहल्ले की कुछ मुस्लिम महिलाएं व छात्राएं भी निकलती हैं। उनके इस प्रयास का हर कोई स्वागत करता है और उनके जज्बे को सलाम।

बातचीत में सरिता गुप्ता बताती हैं कि समाज में सबसे ज्यादा नुकसान नशे की वजह से हो रहा है। जिस परिवार में मुखिया नशे का आदी हो, उस घर की स्थिति खराब हो जाएगी। उस घर की महिलाएं लाचार हो जाती हैं कि आखिर करें क्या। इसीलिए इस अभियान से सबको जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। कहा कि अपने स्तर पर अभी एक लाख लोगों के हस्ताक्षर का संकल्प लिया है। इस संकल्प पत्र को हस्ताक्षर कराने के बाद गायत्री परिवार के पास भेज दिया जाएगा।

chat bot
आपका साथी