डा. राममनोहर लोहिया के विचार आज भी प्रासंगिक

डा. राममनोहर लोहिया के विचार आज भी प्रासंगिक

By JagranEdited By: Publish:Sat, 23 Mar 2019 10:50 PM (IST) Updated:Sun, 24 Mar 2019 12:29 AM (IST)
डा. राममनोहर लोहिया के विचार आज भी प्रासंगिक
डा. राममनोहर लोहिया के विचार आज भी प्रासंगिक

जासं, चंदौली : समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं ने शनिवार को जिला कार्यालय में डा. राममनोहर लोहिया की जयंती मनाई। उनकी प्रतिमा पर पुष्प अíपत कर उनके बताए हुए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया।

जिलाध्यक्ष सत्यनारायण राजभर ने कहा आज जब देश में पूंजीपतियों की हुकूमत गरीबों पर जुल्म कर रही है। राष्ट्रवाद के खोखले आवरण में तानाशाही का शिकंजा कसता जा रहा है। लोकतांत्रिक संस्थाओं, संवैधानिक मूल्यों की हत्या की जा रही है। किसान, नौजवान परेशान हैं। ऐसे में लोहिया जी के विचारों की प्रासंगिकता बढ़ गई है। उन्होंने समाज के अंतिम व्यक्ति को न्याय दिलाने को जीवन पर्यंत संघर्ष किया। आह्वान किया कार्यकर्ता एकजुट होकर पूंजीवादी ताकतों का मुंहतोड़ जवाब दें। अंत में देश के लिए सर्वस्व न्योछावर करने वाले महान क्रांतिकारी भगत सिंह, राजगुरु व सुखदेव को श्रद्धांजलि अíपत की गई। उनके बलिदान, साहस और शौर्य को नमन किया गया। सपा के जिला सचिव अशोक यादव, रामेश यादव, आजम खान, शिवाजी, विकास, रवि राजभर, सोनू सिंह आदि कार्यकर्ता उपस्थित थे।

पीडीडीयू नगर में सपाजनों ने डा. राम मनोहर लोहिया को याद किया। नगर स्थित पार्टी कार्यालय में डा. लोहिया के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अíपत की और उनके बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया। साथ ही भारतीय राजनीति में लोहिया के योगदान पर भी चर्चा की गई।

पूर्व सांसद रामकिशुन यादव ने कहा दलित, किसान, मजदूर हितैषी व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर समाजवाद के प्रखर प्रहरी के रूप में पहचाने जाने वाले डा. लोहिया जन-जन की चेतना में आज भी रचे बसे हैं। भारत जैसे विशाल देश में सदियों से चली आ रही सामंतवादी व्यवस्था के खिलाफ लोहिया जी ने समाजवाद का बीज रोपा। सपा लोहिया के सिद्धांतों पर ही आगे बढ़ रही है। डा. लोहिया ने जाति और मजहब से ऊपर उठकर समाज और देश के विकास के बारे में सोचा। राजकुमार जायसवाल, विजयानंद तिवारी, मंगल जायसवाल, विदेशी गुप्ता, धर्मेंद्र यादव, राजनारायण प्रधान, रामा प्रधान, प्रेमनाथ आदि उपस्थित थे।

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