परिषदीय विद्यालयों में टैबलेट से बच्चों को पढ़ाएंगे गुरुजी

जागरण संवाददाता चंदौली परिषदीय स्कूलों में गुरुजी बच्चों को अब टैबलेट से पढ़ाएंगे। पाठ्यक्रम के साथ ही सामान्य ज्ञान व समसामयिक विषयों की भी जानकारी देंगे। इसके लिए पहल की गई है। जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल ने गुरुवार को मुख्यालय स्थित कृषि विज्ञान केंद्र सभागार में आयोजित कार्यक्रम में पूर्व माध्यमिक विद्यालयों के 100 शिक्षकों में टैबलेट बांटा। शिक्षकों को ईमानदारी के साथ दायित्वों के निर्वहन का निर्देश दिया।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 22 Nov 2019 12:08 AM (IST) Updated:Fri, 22 Nov 2019 12:08 AM (IST)
परिषदीय विद्यालयों में टैबलेट से बच्चों को पढ़ाएंगे गुरुजी
परिषदीय विद्यालयों में टैबलेट से बच्चों को पढ़ाएंगे गुरुजी

जागरण संवाददाता, चंदौली : परिषदीय विद्यालयों में गुरुजी बच्चों को अब टैबलेट से पढ़ाएंगे। पाठ्यक्रम के साथ ही सामान्य ज्ञान व समसामयिक विषयों की भी जानकारी देंगे। इसके लिए पहल की गई है। जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल ने गुरुवार को मुख्यालय स्थित कृषि विज्ञान केंद्र सभागार में आयोजित कार्यक्रम में पूर्व माध्यमिक विद्यालयों के 100 शिक्षकों में टैबलेट बांटे। शिक्षकों को ईमानदारी के साथ दायित्वों के निर्वहन का निर्देश दिया।

आकांक्षात्मक जनपद में शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने पर जोर दिया जा रहा। आयोग के साथ कार्य कर रही स्वयंसेवी संस्था हैसलफ्रे फाउंडेशन द्वारा पूर्व माध्यमिक विद्यालयों में नेशनल मिशन फार डिसिप्लिनरी साइबर फिजिकल सिस्टम लागू किया जाएगा। आर्टिफिसियल इंटेलीजेंस रोबोटिक सिस्टम के जरिये बच्चों की प्रतिभा का विकास किया जाएगा। संस्था की मदद से शिक्षकों में टैबलेट का वितरण किया गया है। टैबलेट में पाठ्यक्रम का निर्धारित प्रारूप अपलोड किया गया है। इसके जरिये गुरुजी बच्चों को पढ़ाएंगे। संस्था की ओर से टैबलेट पाने वाले शिक्षकों को पहले प्रशिक्षित किया जाएगा। साथ ही बच्चों को होने वाले लाभ की नियमित रिपोर्ट भी भेजेंगे। जिलाधिकारी ने कहा वर्तमान दौर में तकनीकी सबसे बड़ा हथियार है। परिषदीय स्कूलों में टैबलेट से पढ़ाई शुरू होने से शिक्षा व्यवस्था को पटरी पर लाने में मदद मिलेगी। शिक्षक बच्चों को पाठ्यक्रम के अलावा सामान्य ज्ञान व समसामयिक विषयों की जानकारी देकर दक्ष बनाएंगे। बोले, मिशन कायाकल्प के तहत स्कूलों में संसाधनों को विकसित किया जा रहा है। स्कूलों में कक्षों की व्यवस्था, बिजली, पेयजल, शौचालय आदि के इंतजाम कराए जा रहे हैं। शिक्षकों की कमी का असर शिक्षा व्यवस्था पर पड़ रहा। इससे निजात के लिए शिक्षित व सुपोषित चंदौली एप्लिकेशन की शुरुआत की गई है। इस पर आवेदन कर कोई भी व्यक्ति अपने मनपसंद स्कूल में बच्चों को पढ़ा सकता है। उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों से पोर्टल के प्रचार-प्रसार की अपील की। ताकि अधिक से अधिक लोग अभियान से जुड़ सकें। जिला विद्यालय निरीक्षक डा. विनोद कुमार राय, बीएसए भोलेंद्र प्रताप सिंह, संतोष कुमार सिंह, अनिरुद्ध द्विवेदी, ज्योति प्रकाश समेत शिक्षक मौजूद थे।

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