किसान क्लस्टर बनाकर करेंगे खेती, डेरी और पशुपालन का काम, मिशन में शामिल हुआ चंदौली का गांव
चंदौली जिले का एक गांव अब केंद्र सरकार की राष्ट्रीय कृषि सतत मिशन में शामिल कर लिया गया है। इसमें दो सौ से अधिक किसानों का समूह बनाकर खेती को बढ़ावा देने के साथ ही उनके उत्पादों को बाजार उपलब्ध कराया जाएगा।
चंदौली, जागरण संवाददाता। राष्ट्रीय कृषि सतत मिशन में चंदौली जिले में नौगढ़ का जयमोहिनी गांव भी शामिल किया गया है। इसमें 206 किसानों का क्लस्टर बनाने के साथ ही 140 हेक्टेयर भूमि चिह्नित की गई है। इसमें बीज, पौधों, मत्स्य, बकरी व पशुपालन के लिए किसानों को अुनदान भी दिया जाएगा।
नौगढ़ के जयमोहिनी गांव के किसानों के लिए खुशखबरी है। केंद्र सरकार की राष्ट्रीय कृषि सतत मिशन में इस गांव का चयन कर लिया गया है। जिसका परिणाम है कि गांवों के सभी 206 किसान क्लस्टर बनाकर कृषि के विभिन्न आयामों से अपनी आर्थिक स्थिति मजबूत करेंगे। यहीं नहीं इन्हें सरकार की ओर से अनुदान भी दिया जाएगा। इसके बाद बाजार भी उपलब्ध कराने की तैयारी है।
यही नहीं अनाज रखने के लिए गोदाम व चारा रखने के लिए भी व्यवस्था की जाएगी। इन कार्यों के लिए किसानों के 140 हेक्टेयर भूमि चिह्नित कर ली गई है। इस योजना में चयन के लिए जो मानक निर्धारित किया गया था, वह जयमोहिनी गांव पूरा करता है। सिंचाई की पर्याप्त व्यवस्था नहीं होने के कारण यहां वर्षा आधारित कृषि होती है। इस योजना के तहत कम आय व सीमांत किसान वालों गांव का चयन करना है।
क्या है अनुदान की व्यवस्था
बकरी पालन के लिए प्रति बकरी 1500 तथा गाय व भैंस के लिए 15 हजार का अनुदान निर्धारित है। वहीं एक हेक्टेयर में किसान को बीज के लिए दस हजार का अनुदान दिया जाएगा। जबकि एक हेक्टेयर पर पौधे लगाने के लिए 15 हजार का किसानों को अनुदान मिलेगा। इस योजना के तहत किसानों को मत्स्य पालन भी कराया जाएगा।
बोले भूमि संरक्षण अधिकारी
परियोजना के बाबत राष्ट्रीय कृष सतत मिशन के तहत नौगढ़ के जयमोहिनी का चयन किया गया है। 26 नवंबर को जिलाधिकारी द्वारा जयमोहिनी गांव में जन चौपाल का भी आयोजन किया गया है। इससे किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। - एसपी सिंह, भूमि संरक्षण अधिकारी