मुख्यमंत्री ने चंदौली खनन अधिकारी पर बैठाई जांच

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भ्रष्टाचार में लिप्त रहे चंदौली के खनन अधिकारी अरविद कुमार के खिलाफ उच्चस्तरीय जांच बैठा दी है। कौशाम्बी में तैनाती के दौरान उनके खिलाफ अवैध खनन और निजी लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए गलत पट्टा करने के आरोप में सीबीआइ ने मुकदमा दर्ज किया था।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 25 Feb 2020 09:44 PM (IST) Updated:Tue, 25 Feb 2020 09:44 PM (IST)
मुख्यमंत्री ने चंदौली खनन 
अधिकारी पर बैठाई जांच
मुख्यमंत्री ने चंदौली खनन अधिकारी पर बैठाई जांच

जागरण संवाददाता, चंदौली : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भ्रष्टाचार में लिप्त रहे चंदौली के खनन अधिकारी अरविद कुमार के खिलाफ उच्चस्तरीय जांच बैठा दी है। कौशाम्बी में तैनाती के दौरान उनके खिलाफ अवैध खनन और निजी लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए गलत पट्टा करने के आरोप में सीबीआइ ने मुकदमा दर्ज किया था। जनपद में भी खनन अधिकारी बालू भंडारण का लाइसेंस देने समेत अन्य कार्यों के चलते अक्सर सुर्खियों में रहे।

अरविद कुमार चंदौली से पूर्व कौशाम्बी जिले में सहायक भूवैज्ञानिक के पद पर तैनात थे। उनके खिलाफ अवैध खनन कराने के आरोप हैं। नियमों को ताख पर रखकर निजी लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए गलत ढंग से पट्टा का नवीनीकरण किया गया। इसके जरिए अपनी जेबें भरी। वहीं सरकार को लाखों रुपये राजस्व का चूना भी लगाया। भ्रष्टाचार के आरोप में सीबीआइ खनन अधिकारी के खिलाफ पहले ही मुकदमा दर्ज कर चुकी है। मुख्यमंत्री ने भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त रूख अख्तियार करते हुए मामले की जांच के आदेश दिए हैं। इसकी सूचना मिलने से प्रशासनिक अमले में खलबली मची रही। जनपद में तैनाती के दौरान भी खनन अधिकारी पर बालू भंडारण के लिए लाइसेंस के वितरण में अनियमितता के आरोप लगे। वहीं उनकी नाक के नीचे कर्मियों की ओर से पैसे लेकर अवैध खनन में संलिप्त वाहनों को छोड़े जाने की शिकायतें भी अक्सर सामने आती रहती हैं। राजस्व वसूली के मामले में भी विभाग पिछड़ा रहता है। किसी भी माह राजस्व वसूला का लक्ष्य पूरा नहीं हो पाता है। इसके चलते उच्चाधिकारियों की नाराजगी झेलनी पड़ती है। फिर भी कार्यप्रणाली में सुधार नहीं आ रहा। सीएम की सख्ती के बाद भ्रष्टाचार पर लगाम लगने की उम्मीद जगी है। चंदौली के साथ ही शामली, हमीरपुर और देवरिया में तैनात रहते भूवैज्ञानिकों व खनन अधिकारियों के खिलाफ जांच बैठाई गई है। भूतत्व व खनिकर्म निदेशालय के वरिष्ठ वेधन अभियंता सुधीर दुबे मामले की जांच करेंगे। खनन अधिकारी अरविद कुमार का कहना रहा कि मामला पुराना है। इसके बाबत सीबीआइ को दो बार बयान दे चुका हूं। हमारे खिलाफ लगे आरोप बेबुनियाद हैं।

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