अंतिम दिन उमड़ा श्रद्धालुओं का रेला ..

By Edited By: Publish:Wed, 27 Aug 2014 11:07 AM (IST) Updated:Wed, 27 Aug 2014 11:07 AM (IST)
अंतिम दिन उमड़ा श्रद्धालुओं का रेला ..

चहनियां (चंदौली): बाबा कीनाराम जन्मोत्सव समारोह के अंतिम दिन मंगलवार को कीनाराम जन्मस्थली रामगढ़ में श्रद्धालुओं की अपार भीड़ उमड़ पड़ी। लोग जयकारे लगाते हुए बाबा कीनाराम का पूजन अर्चन के साथ विधिवत दर्शन किए। भीड़ इतनी अधिक थी कि पुलिस व वालेंटियरों के पसीने छूट गए। भीषण गर्मी एवं उमस की परवाह किए बिना श्रद्धालु भक्तजनों की लंबी क तारें लगी रही।

दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों के अतिरिक्त विभिन्न प्रांतों एवं जनपदों से हजारों श्रद्धालु भक्त, साधु संतों का जमघट लगा रहा। लोग हर हर महादेव के उद्घोष के साथ अघोरेश्वर दानी बाबा कीनाराम का दर्शन पूजन कर रहे थे। दूरदराज से आए श्रद्धालु दर्शकों को ठहरने व उनके भोजन प्रसाद की मुकम्मल व्यवस्था की गई थी। सुरक्षा एवं शांति व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने के लिए पुलिस, होमगार्ड, महिला पुलिस एवं वालेंटियरों की व्यापक व्यवस्था की गई थी।

खिलौनों की हुई खरीदारी

बाबा कीनाराम जन्मोत्सव समारोह के दौरान लगे मेले में जहां एक तरफ बच्चे झूले एवं चर्खियों का आनंद ले रहे थे। वहीं मेले में लगी दुकानों पर आकर्षक माडल के चाइनिज खिलौनों की जमकर खरीदारी हुई। बच्चे मछली, हवाई जहाज, हाथी , शेर, गुड्डा तथा विभिन्न प्रकार के खिलौनों की खरीदारी में मशगूल देखे गए। मेले में चाट पकौड़ी तथा मिठाईयों के दुकान पर भी ग्राहकों की काफी भीड़ रही।

्रबाबा शिव के अवतार:अन्नपूर्णा

चहनियां(चंदौली): मंगलवार को बाबा कीनाराम जन्मोत्सव के अंतिम दिन बाबा की जन्मस्थली रामगढ़ में एमएलसी अन्नपूर्णा सिंह बाबा के दर्शन पूजन को पहुंची। उन्होंने कहा कि यह पवित्र भूमि है। इस भूमि तथा यहां के रहने वाले भी धन्य है। जहां अघोर संत कीनाराम जी अवतार लेकर लोगों को एक अच्छा संदेश दिया। बाबा कीनाराम शिव के अवतार थे जो समाज में व्याप्त कुरीतियों, अंधविश्वासों और छुआछुत को मिटाने के लिए समाज को एक नई दिशा दिए। इस अवसर पर रमाकांत यादव, रविंद्र प्रताप सिंह, अरूण यादव, रामकेश यादव, मोहन पांडेय, बलवंत सिंह, पोपपाल सिंह, मुराहू यादव, सदानंद यादव, मुन्नी यादव, राजेश कुमार सिंह सहित काफी संख्या में लोग उपस्थित थे। संचालन रविंद्र प्रताप सिंह व आभा यादव ने किया।

गीत संगीत की बही रस धारा

तीन दिवसीय बाबा कीनाराम जन्मोत्सव समारोह के अंतिम दिन सांस्कृतिक मंच पर कलाकारों की काफी भीड़ लगी थी। इसमें प्रत्येक कलाकारों को मात्र दस मिनट का निर्धारित समय ही मिल पाया। परंतु उन कलाकारों ने दस मिनट के अंतराल में ही अपने अपने गीतों को श्रोताओं को झूमने पर मजबूर कर दिया। बिहार बक्सर से पधारे भोजपुरी कलाकार उमेश जायसवाल का भक्ति एवं देवी गीत सुनकर श्रोता झूम उठे। कउने दिशा में ले के चला रे बटोहिया तथा राष्ट्रीय गीत दिल दिया है जान भी देंगे ऐ वतन तेरे लिए श्रोताओं को सुनाकर खूब तालियां बंटोरी। इसी क्रम में बाल कलाकार शिवम मिश्रा, आलोक पाडेय, पंकज तिवारी, राजू छैला की प्रस्तुति सराहनीय रही। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के असिस्टेंट प्रो. डा. कुमार अम्बरीश चंचल ने भजन, गजल, ठुमरी, भोजपुरी गीतों से शमा बांध दिया। कार्यक्रम का संचालन रविंद्र प्रताप सिंह व आभा यादव ने किया।

हर-हर महादेव के उद्घोष से समापन

बाबा कीनाराम जन्मोत्सव समारोह का समापन शाम को हर हर महादेव के उद्घोष के साथ किया गया। तीन दिवसीय समारोह 24 अगस्त से आरंभ होकर 26 अगस्त को समाप्त हुआ। पीठाधीश्वर बाबा धर्मरक्षित राम ने अपने आशीर्वचन ने सभी दर्शकों, श्रद्धालुओं, कार्यकर्ताओं, ग्राम वासियों, क्षेत्रवासियों के प्रति आभार व्यक्त किया और सभी के सहयोग के प्रति स्नेह एवं प्रेम समर्पित किया। अंत में संयोजक ग्राम प्रधान रमाकांत यादव ने सभी के प्रति आभार प्रकट किया। इस अवसर पर रविंद्र प्रताप सिंह, अरूण यादव, मोहन पांडेय, बलवंत सिंह, आभा यादव, रामकेश यादव, मुराहू यादव, राजकुमार सिंह, सदानंद यादव आदि उपस्थित थे।

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