सत्संग और संत हरि कृपा से मिलते है : स्वामी स्वरुपानंद

स्याना नगर के होली चौराहा स्थित महाचिदाकाशेश्वर शिव मंदिर में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा में प्रवचन देते हुए स्वामी स्वरुपानंद महाराज ने कहा कि सत्संग और संत हरी कृपा से ही मिलते है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 12 Feb 2020 11:46 PM (IST) Updated:Thu, 13 Feb 2020 06:09 AM (IST)
सत्संग और संत हरि कृपा से मिलते है : स्वामी स्वरुपानंद
सत्संग और संत हरि कृपा से मिलते है : स्वामी स्वरुपानंद

बुलंदशहर, जेएनएन। स्याना नगर के होली चौराहा स्थित महाचिदाकाशेश्वर शिव मंदिर में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा में प्रवचन देते हुए स्वामी स्वरुपानंद महाराज ने कहा कि सत्संग और संत हरी कृपा से ही मिलते है। मंगलवार की शाम आयोजित सत्संग में प्रवचन देते हुए कहा कि भगवान जब भक्त से प्रीति करते है तब संसार के सुख मिलते है। जब वो कृपा करते है तो जीवन में कोई संत से मुलाकात करा देते है। कहा कि जब जीवन में व्यक्ति को अहंकार होता है तो संत मिलने पर भी वह उसका लाभ नहीं ले पाता है। ईश्वर दर्शन के पहले सत्संग कर लेता है तो वह ईश्वर की पहचान कर लेता है। सद्गुरु संत की कृपा होने पर ही जीव को दिव्य दृष्टि मिलती है। उसके बाद उसे हरि का रूप जगत में दिखने लगता है। श्रीमद् भागवत गीता के समापन के बाद लोगों में प्रसाद वितरण किया गया। स्वामी स्वरूपानंद महाराज ने बताया कि श्रीमद् भागवत गीता का आयोजन आगामी 25 फरवरी तक सुबह 10 व शाम 7 बजे प्रति दिन मंदिर परिसर में किया जाएगा। इस दौरान तपराज त्यागी, रवि रस्तोगी, नितिन सिघल, काजल वर्मा, नंदु कश्यप, नानक चंद, किट्टू रस्तोगी, गणेशी अग्रवाल, प्रवेश चंद, सत्यप्रकाश शर्मा, संजीव अग्रवाल व नीरज शर्मा आदि मौजूद रहे।

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