जंगली जानवर आलू की फसल के लिए बने सिरदर्द
छतारी: जंगली जानवर किसानों की आलू की फसल को खुर्द-बुर्द कर बर्बाद कर रहे हैं। इतना ही न
छतारी: जंगली जानवर किसानों की आलू की फसल को खुर्द-बुर्द कर बर्बाद कर रहे हैं। इतना ही नहीं जंगली जानवर रखवाली करने वाले किसानों पर हमला कर उन्हें घायल भी कर रहे हैं।
किसानों के अनुसार छतारी क्षेत्र में बेसहारा पशु, बंदर और जंगली जानवर उनकी फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। सबसे अधिक नुकसान आलू की फसल को हो रहा है। इसके अलावा किसानों के सामने समस्या यह भी है कि वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत जंगली जानवरों को मारा भी नहीं जा सकता है। ऐसे में फिलहाल किसान इनको खुद अपने दम पर ही खेतों से भगा रहे हैं। शिकायतों के बाद भी किसानों की कोई सुनवाई नहीं हो रही है, जिस कारण काफी किसान जंगली जानवर को भगाने के लिए देसी और परंपरागत तरीके भी अपना रहे हैं। जिनमें किसान गोबर की परत, खेतों के रास्ते पर इंसान के बालों का प्रयोग, रंगीन साड़ियों की घेराबंदी आदि तरीके अपना रहे हैं। .....
किसानों ने बयां की दर्द
-आलू की फसल बचाने के लिए दिन-रात खेत पर जाकर जंगली जानवर को भगाने की पहरेदारी कर रहा हूं। जिसके बाद भी जंगली जानवर फसल को नुकसान पहुंचा देते हैं। जानवर को भगाने के लिए देशी तरीके भी अपना रहे हैं।
-सुरेश, किसान निवासी गांव बुढासी। -जंगली जानवर को पकड़ने के लिए कई बार वन विभाग के अधिकारियों से शिकायतें की जा चुकी हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं कर रहा। कुछ दिन पूर्व कई किसानों को जंगली जानवर हमला कर घायल भी कर चुके हैं।
-रामप्रसाद, किसान निवासी कस्बा डड्डू।