अलीपुरा में शांति, पीएसी व पुलिस तैनात

ककोड़ के गांव अलीपुरा में मतदान के दौरान भाजपा व गठबंधन प्रत्याशी के एजेंट के बीच विवाद को लेकर हुए संघर्ष मामले को लेकर तीसरे दिन गांव में शांति रही। लेकिन तनाव के चलते एतिहातन तौर पर गांव में पीएसी व पुलिस बल तैनात रहा। वहीं एक ही बिरादरी के दोनों पक्षों के बीच विवाद सुलटाने को लेकर समितियों ने समझौते के प्रयास शुरू कर दिए हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 13 Apr 2019 11:41 PM (IST) Updated:Mon, 15 Apr 2019 06:11 AM (IST)
अलीपुरा में शांति, पीएसी व पुलिस तैनात
अलीपुरा में शांति, पीएसी व पुलिस तैनात

ककोड़ (सिकंदराबाद): ककोड़ के गांव अलीपुरा में मतदान के दौरान भाजपा व गठबंधन प्रत्याशी के एजेंट के बीच विवाद को लेकर हुए संघर्ष मामले को लेकर तीसरे दिन गांव में शांति रही। गांव में पीएसी व पुलिस बल अभी भी तैनात है। वहीं एक ही बिरादरी के दोनों पक्षों के बीच समझौता कराने को लेकर समितियों ने प्रयास शुरू कर दिए हैं।

गुरुवार दोपहर गांव अलीपुरा में भाजपा प्रत्याशी के एजेंट सुनील भाटी व गठबंधन प्रत्याशी के एजेंट नंदकिशोर के बीच मतदान केंद्र पर विवाद हुआ था। देर शाम मामले ने तूल पकड़ लिया था और दोनों पक्षों के बीच पथराव व फायरिग में पांच लोग घायल हो गए थे। भारी पुलिस बल ने किसी तरह स्थिति संभाली थी। शुक्रवार को एक पक्ष की ओर से ललित पुत्र ओमप्रकाश ने सात नामजद व दूसरे पक्ष से राकेश भाटी ने भाजयुमो जिलाध्यक्ष समेत 17 के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस ने नामजद राकेश को गिरफ्तार कर लिया था। शनिवार को गांव में शांति का माहौल बना रहा। हालांकि एहतियातन पीएसी व पुलिस बल तैनात रहा।

उधर, क्षेत्रीय जागृति मंच के नेतृत्व में संगठन के अध्यक्ष मास्टर धर्मवीर सिंह, डा. जीतन, बुद्धपाल, सत्यवीर सिंह आदि लोग गांव पहुंचे और दोनों पक्षों से मिलकर विवाद खत्म करने की अपील की। धर्मवीर सिंह ने बताया कि दल कोई भी, लेकिन आपस में वैमनस्यता ठीक नहीं है। पुलिस की लापरवाही आई सामने

गुरुवार को मतदान के दौरान अलीपुरा के मतदान केंद्र पर हुए प्रत्याशियों के एजेंट में मारपीट मामले में सुनील भाटी ने नंदकिशोर समेत नौ को नामजद करते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस ने आरोपित नंदकिशोर के पिता राकेश को हिरासत में लिया था। लेकिन समर्थकों के दवाब व हंगामे के चलते देर शाम हिदायत देकर छोड़ दिया था। बताया जाता है कि इसके बाद आरोपित पक्ष ने गांव पहुंचकर नारेबाजी की और मामले के तूल पकड़ने के बाद संघर्ष हुआ। हालांकि पुलिस राकेश को उक्त समय नामजद न होने पर हिदायत देकर छोड़ने की बात कहते आरोपों को बेबुनियाद बता रही है। इन्होंने कहा..

गांव अलीपुरा में पूरी तरह शांति है, एहतियातन तौर पर पुलिस व पीएसी बल तैनात किया गया है। नामजद आरोपितों को पकड़ने के लिए पुलिस टीमें दबिश दे रही है।

विक्रम सिंह, सीओ, सिकंदराबाद

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