ड्यूटी पर नहीं होता घर-परिवार से नाता

अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद द्वारा विजय दिवस मनाया गया। इस दौरान अधिकारियों और सैनिकों द्वारा अपने प्राणों को न्योछावर का देश की रक्षा में किए गए बलिदान की शौर्य गाथा से अवगत कराया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 17 Dec 2019 11:07 PM (IST) Updated:Tue, 17 Dec 2019 11:07 PM (IST)
ड्यूटी पर नहीं होता घर-परिवार से नाता
ड्यूटी पर नहीं होता घर-परिवार से नाता

बुलंदशहर, जेएनएन। अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद द्वारा विजय दिवस मनाया गया। इस दौरान अधिकारियों और सैनिकों द्वारा अपने प्राणों को न्योछावर का देश की रक्षा में किए गए बलिदान की शौर्य गाथा से अवगत कराया।

मंगलवार को नगर के एलडीएवी इंटर कालेज में सेना के सेवानिवृत जवानों द्वारा विजय दिवस समारोह मनाया गया। जिसमें एनसीसी की 41वीं बटालियन कैडेट्स द्वारा एनसीसी अधिकारी धर्मेद्र कुमार के निर्देशन में मुख्य अतिथि मेजर जनरल मनोज कुमार वाष्र्णेय को गार्ड ऑफ ऑनर से सम्मानित किया गया। विशिष्ट अतिथि डीआइजी कुंवर पाल सिंह, कर्नल देवेंद्र सिंह, कर्नल रघुराज सिंह, विग कमांडर एनपी शर्मा, मेजर हरवीर सिंह, फ्लाइट इंजी. वीके गुप्ता, पूर्व एसडीएम जेएस चौहान, भूले सिंह ने देश की सेना की पराक्रम गाथा सुनाते हुए कहा कि जब देश की सेना अपनी ड्यूटी पर होती है, उस समय घर, परिवार से कोई नाता नहीं होता है, उनका ध्येय सिर्फ देश के दुश्मनों को करारी शिकस्त देना ही होता है। विजय दिवस मनाना आसान लगता है, लेकिन विजय पाना बहुत कठिन होता है। इस मौके पर कारगिल के शहीदों के आठ परिजनों को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। अन्य शहीदों के परिजनों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। सेना के अधिकारियों व जवानों की समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन भी प्रेषित किया गया। चौ. हरी प्रकाश सिंह, अध्यक्षता मनोज कुमार वाष्र्णेय, प्रेमशंकर मौजूद रहे।

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