मोदी ने देश की साख को दुनियाभर में बहुत ऊपर उठाया : वीके सिंह

केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री एवं पूर्व जनरल वीके सिंह ने कहा कि सैनिक देश के लिए लड़ते हैं।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 01 Mar 2019 11:10 PM (IST) Updated:Fri, 01 Mar 2019 11:10 PM (IST)
मोदी ने देश की साख को दुनियाभर में बहुत ऊपर उठाया : वीके सिंह
मोदी ने देश की साख को दुनियाभर में बहुत ऊपर उठाया : वीके सिंह

जागरण संवाददाता, बुलंदशहर : केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री एवं पूर्व जनरल वीके सिंह ने कहा कि सैनिक देश के लिए लड़ते हैं। आंदोलन नहीं करते। हमारे खून में नहीं कि हम कटोरा लेकर किसी के आगे खड़े हों। 'वन रैंक-वन पेंशन' का हाथी सूई से निकल चुका है। दो छोटी चीजें रह गई हैं, जिन पर सरकार विचार कर रही है। इसमें कुछ भ्रांतियां फैलाई जा रही हैं, जिनसे सावधान रहने की जरूरत है। यदि सैनिक जंतर-मंतर पर नहीं बैठते तो उन्हें सातवें वेतन आयोग से बहुत ज्यादा मिलता। आंदोलन कर हमने अपने को गिराया है।

नुमाइश मैदान की रवींद्र नाट्यशाला में शुक्रवार को आयोजित 'मन की बात, सैनिकों के साथ' कार्यक्रम में पूर्व जनरल ने कहा कि बीजेपी सरकार बनने के बाद 'वन रैंक-वन पेंशन' मिलने के साथ ही राष्ट्रीय युद्ध स्मारक तैयार हुआ। अब ध्यान रखना है कि जो चीजें लंबे समय से नहीं मिली वो हमको किसने दी। सेना का कोई अफसर ये न कहे कि मेरे सैनिक को कुछ नहीं मिला। पिछले साढ़े चार साल में देश को बहुत कुछ मिला है। सरकार ने हर तरीके से सेनाओं को फायदा पहुंचाया है। लंबे समय से चली आ रही बुलेटप्रूफ ड्रेस की जरूरत इसी सरकार ने पूरी की। पुलवामा में सीआरपीएफ के जवान मारे गए। पूरे देश में गुस्सा था। देश का समर्थन सेना के साथ था। लोग सवाल कर रहे थे कि देश गुस्से में है और सरकार क्या कर रही है? गुस्से में, हड़बड़ी या जल्दबाजी में काम नहीं होता। हमले के बाद समय, जगह और तरीका सेनाओं ने तय किया। नेतृत्व ने समर्थन किया। हवाई स्ट्राइक के बारे में सोच नहीं सकते थे, यह इस पार्टी में ही संभव हुआ, क्योंकि इस तरह की चीजें अब से पहले भी हुई, लेकिन वो कार्रवाई नहीं हुई, जैसी की होनी चाहिए थी। भाजपा नेतृत्व और प्रधानमंत्री को दाद देता हूं, क्योंकि यह फैसला आसान नहीं था। इस कार्रवाई से पूरी दुनिया में संदेश गया है कि यह देश अपने लोगों का सिर नहीं झुकने देगा। सरकार किसानों की आमदनी दोगुनी करने पर भी काम कर रही है। ज्यादातर फौजी किसान हैं। वो जानते हैं, कि 2014 के बाद दाल, यूरिया, गैस की दिक्कत नहीं हुई है। उधर, कार्यक्रम के दौरान जनरल ने सेवानिवृत्त सैनिकों के 'मन की बात' पर्ची पर लिखवाई और एक बॉक्स में डलवाकर मोदी तक पहुंचाने का आश्वासन भी दिया। कार्यक्रम में संयोजक विधायक वीरेंद्र सिरोही ने आभार जताया। सांसद डॉ. भोला सिंह, जिलाध्यक्ष हिमांशु मित्तल, विधायक देवेंद्र लोधी, हरिश्चंद्र भाटी, चेयरमैन मनोज गर्ग, महेंद्र भैया, मुंशीलाल गौतम, संजय माहेश्वरी व अजय त्यागी आदि मौजूद रहे।

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कम संख्या में आए पूर्व सैनिक

जिले में हजारों की संख्या में पूर्व सैनिक और सैनिक हैं। उसी के हिसाब से कार्यक्रम में फौजियों के लिए कुर्सियां लगाई गई, लेकिन पीछे की कुर्सियां खाली पड़ी रहीं। इसको लेकर कार्यक्रम में मौजूद पूर्व सैनिक चर्चा करते रहे।

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फौजियों ने पहनाई पगड़ी

फौजियों से 'मन की बात' करने पहुंचे केंद्रीय मंत्री पूर्व जनरल वीके सिंह का फौजियों ने पगड़ी पहनाकर स्वागत किया। लखनऊ से पहुंचे कर्नल दयाशंकर दूबे ने संचालन करते हुए विचार भी रखे। कार्यक्रम में शहीदों की पत्नियों का जनरल ने शॉल भेंटकर सम्मान किया।

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देरी से पहुंचने पर मांगी क्षमा

कार्यक्रम का समय दोपहर डेढ़ बजे निर्धारित था, लेकिन जनरल करीब दो घंटे की देरी से 3:28 बजे पर मंच पर पहुंचे। इसलिए उन्होंने पूर्व सैनिकों से कहा कि सेना समय की पाबंद होती है, लेकिन मैं लेट हो गया। इसके लिए क्षमा चाहता हूं।

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