अंग्रेजी से देसी शराब बनाने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़

आबकारी विभाग की टीम ने थाना क्षेत्र के गांव जाड़ौल के माजरा मुरादगढ़ी में अवैध शराब फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है। गिरोह बाहरी राज्यों से निर्मित अंग्रेजी शराब की तस्करी कर फैक्ट्री में पानी मिलाकर उत्तर प्रदेश के देसी शराब मार्का लगाकर ठेकों पर सप्लाई करता था। छापेमारी के दौरान भारी मात्रा में शराब नकली रैपर ढक्कन और खाली पव्वे बरामद हुए हैं। टीम ने फैक्ट्री में सील लगाकर पांच लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 16 Nov 2019 10:59 PM (IST) Updated:Sun, 17 Nov 2019 06:02 AM (IST)
अंग्रेजी से देसी शराब बनाने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़
अंग्रेजी से देसी शराब बनाने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़

बुलंदशहर, जेएनएन। आबकारी विभाग की टीम ने थाना क्षेत्र के गांव जाड़ौल के माजरा मुरादगढ़ी में अवैध शराब फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है। गिरोह बाहरी राज्यों से निर्मित अंग्रेजी शराब की तस्करी कर फैक्ट्री में पानी मिलाकर उत्तर प्रदेश के देसी शराब मार्का लगाकर ठेकों पर सप्लाई करता था। छापेमारी के दौरान भारी मात्रा में शराब, नकली रैपर, ढक्कन और खाली पव्वे बरामद हुए हैं। टीम ने फैक्ट्री में सील लगाकर पांच लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।

शनिवार की दोपहर आबकारी विभाग के निरीक्षक आलोक कुमार सिंह के नेतृत्व में टीम और पुलिस ने संयुक्त रूप से छापेमारी कर थाना क्षेत्र के गांव मुरादगढ़ी जाड़ौल निवासी बिजेंद्र पुत्र हरिनारायण के घेर में अवैध रूप से चल रही शराब की फैक्ट्री पर छापेमारी की। टीम को देखकर फैक्ट्री में काम कर रहे युवक दीवार फांदकर भाग खड़े हुए। फैक्ट्री से अवैध शराब के 949 पव्वे, भारी मात्रा में नकली क्यूआर कोड, शराब के ढक्कन, नकली रैपर व खाली पव्वे के साथ एक सीलिग करने वाली मशीन भी बरामद हुई। शराब फैक्ट्री चला रहे शराब तस्कर विजेंद्र व जयविद्र पुत्रगण हरिनारायण, गजेंद्र पुत्र धरम, विदेश पुत्र राजवीर, मोहित पुत्र शरेष निवासी मुरादगढ़ी जाड़ौल के खिलाफ थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है।

ऐसे करते थे खेल

आलोक कुमार ने बताया कि फैक्ट्री संचालक बाहरी राज्यों से अंग्रेजी शराब के पव्वे तस्करी करता था जो 42 डिग्री के होते हैं। इस शराब को एक ड्रम में डालकर इसमें इतना ही पानी डालकर देसी शराब बनाकर उत्तर प्रदेश का रैपर और नकली क्यूआर कोड लगाकर बेचा जाता था।

ठेकों पर होती थी सप्लाई

सूत्रों की मानें तो आबकारी टीम की नाक के नीचे जनपद में नकली शराब का कारोबार काफी फल-फूल रहा है। इस फैक्ट्री की शराब ठेकों पर सस्ती दरों पर सप्लाई की जा रही थी। इससे तस्कर काफी मुनाफा पा रहे थे और इसे पीने वालों की सेहत से खिलवाड़ कर रहे थे। इससे राजस्व की हानि के साथ-साथ आबकारी टीम की कार्यशैली पर भी सवाल उठ रहे हैं।

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