पीएफ घोटाले के विरोध में विद्युतकर्तियों का धरना जारी
हाइडिल कालोनी स्थित मुख्य अभियंता कार्यालय पर विद्युत विभाग के विभिन्न संगठनों के अधिकारी व कर्मचारियों ने जीपीएफ-सीपीएफ घोटाले के विरोध में गुरुवार को नारेबाजी करते हुए धरना प्रदर्शन किया। विद्युत कर्मचारी मोर्चा संगठन ने सर्किल कार्यालय से भैंसे पर आलोक कुमार का पोस्टर और नाम लिखकर बाजा बजा कर अलग अंदाज में विरोध जताते हुए मुख्य अभियंता कार्यालय पदयात्रा निकाली।
बुलंदशहर, जेएनएन। हाइडिल कालोनी स्थित मुख्य अभियंता कार्यालय पर विद्युत विभाग के विभिन्न संगठनों के अधिकारी व कर्मचारियों ने जीपीएफ-सीपीएफ घोटाले के विरोध में गुरुवार को नारेबाजी करते हुए धरना प्रदर्शन किया। विद्युत कर्मचारी मोर्चा संगठन ने सर्किल कार्यालय से भैंसे पर आलोक कुमार का पोस्टर और नाम लिखकर बाजा बजा कर अलग अंदाज में विरोध जताते हुए मुख्य अभियंता कार्यालय पदयात्रा निकाली।
इस मौके पर एसई रामवीर सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार कर्मचारियों की भविष्य निधि राशि को लौटाने की गारंटी का नोटिफिकेशन जारी करे। बिजली विभाग के पूर्व चेयरमैन और महाप्रबंधक को गिरफ्तार करे तभी घोटाले की साजिश से पर्दा उठना संभव है। बिजली बोर्ड इंप्लाइज यूनियन के महासचिव सुरेन्द्र सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार के संरक्षण में विद्युत कर्मचारियों की भविष्य निधि राशि की लूट होती रही है। डीएचएफएल के मालिकों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। अवर अभियंता संघ के नेता आरसी द्विवेदी ने कहा कि पीएफ जीपीएफ राशि को राष्ट्रद्रोही कंपनी में लगाने का काम कारपोरेशन का महाप्रबंधक करता रहा और सरकार अनजान बनकर देखती रही। विद्युत कर्मचारी मोर्चा संगठन के क्षेत्रिय अध्यक्ष मनोज कुमार ने कहा कि ट्रस्ट के अधिकारियों ने अपने निजी स्वार्थ व लाभ के लिए कर्मचारियों की जीपीएफ व सीपीएफ की धनराशि को प्राइवेट कंपनी में लगा दिया। जिला सचिव प्रदीप गुप्त ने कहा कि अधिकारी और कर्मचारियों को राशि के घोटाले को लेकर कड़ा आक्रोश पनप रहा है। राजू सक्सेना ने कहा कि सरकार के मंत्री सीना तान कर स्वयं को चौकीदार बता रहे है। हमारे पीएफ की चोरी कर मुंह छिपा कर बैठ गए है। धरना में बलवीर सिंह, संजीव तेवतिया, नदीम, ज्योति भास्कर सिन्हा, प्रदीप कुमार, संजय बघेल, विकास शर्मा मौजूद रहे।