कोरोना बचाव के लिए ने किया आठ दिन तप

क्षेत्र को कोरोना बचाव से मुक्त करने के लिए औद्योगिक क्षेत्र में गोपालपुर गांव में संयासी ने आठ दिन आग के बीच रहकर तप किया। आठ दिन पूरे होने के बाद साधकों ने भंडारे का आयोजन किया।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 25 May 2020 11:42 PM (IST) Updated:Tue, 26 May 2020 05:59 AM (IST)
कोरोना बचाव के लिए ने किया आठ दिन तप
कोरोना बचाव के लिए ने किया आठ दिन तप

बुलंदशहर, जेएनएन। क्षेत्र को कोरोना बचाव से मुक्त करने के लिए औद्योगिक क्षेत्र में गोपालपुर गांव में संयासी ने आठ दिन आग के बीच रहकर तप किया। आठ दिन पूरे होने के बाद साधकों ने भंडारे का आयोजन किया।

कोरोना महामारी से बचने के लिए शासन प्रशासन जहां लोगों को एतियात बरतने की अपील कर रहा है। जिसके लिए गत दो माह से लॉकडाउन चल रहा है। ताकि लोग कोरोना से मुक्त रहे। वहीं कुछ अलग-अलग उपाय कर रहे हैं। कहीं सैनिटाइजर व मास्क का वितरण हो रहा है, तो कहीं बाहरी व्यक्ति के गांव व नगर की गलियों प्रवेश को बेरिकेटिग लगी है। वहीं औद्योगिक क्षेत्र स्थित गोपालपुर गांव में 18 मई से गांव के बाहर ही कुटिया बनाकर रह रहे सन्यासी बीरे भगत ने क्षेत्र को कोरोना मुक्त करने के लिए एक सप्ताह आग में तप किया। लोगों का मानना है कि उनके ही तप की बदौलत सिकंदराबाद औद्योगिक क्षेत्र अभी तक कोरोना मुक्त रहा है। जबकि सिकंदराबाद नगर समेत तीन गांवों में कोरोना पाजिटिव केस मिल चुके हैं।सोमवार को आठ दिन पूरे होने के बाद ग्रामीणों ने कुटिया के पास भंडारे का आयोजन किया। जहां शारीरिक दूरी का पालन करते हुए औद्योगिक क्षेत्र में विभिन्न प्रवासी कामगारों को भोजन कराया। व्यवस्थाओं में धर्मवीर भाटी, किशनपाल भाटी, रमेश भाटी, योगेश भाटी, सतेन्द्र भाटी, ज्ञानेन्द्र भाटी, चन्द्नपाल भाटी, अवतार भाटी, बंटी आदि का सहयोग रहा।

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