कूड़ा निस्तारण के लिए युवाओं ने तैयार किया देशी जुगाड़

सुरसा के मुंह की तरह विकराल होती जा रही कूड़ा निस्तारण की समस्या से निपटने के लिए गंगा किनारे के युवाओं ने देशी जुगाड़ तैयार किया है। गंगा वारियर्स बनी युवाओं की टोली गंगा से कूड़ा बीनकर देशी तरीके से निस्तारण कर रही है। युवाओं की इस पहल से जहां गंगा साफ हो रही है वहीं कूड़े का उपयोग भी हो रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 10 Aug 2020 11:37 PM (IST) Updated:Tue, 11 Aug 2020 06:04 AM (IST)
कूड़ा निस्तारण के लिए युवाओं ने तैयार किया देशी जुगाड़
कूड़ा निस्तारण के लिए युवाओं ने तैयार किया देशी जुगाड़

बुलंदशहर, जेएनएन। सुरसा के मुंह की तरह विकराल होती जा रही कूड़ा निस्तारण की समस्या से निपटने के लिए गंगा किनारे के युवाओं ने देशी जुगाड़ तैयार किया है। गंगा वारियर्स बनी युवाओं की टोली गंगा से कूड़ा बीनकर देशी तरीके से निस्तारण कर रही है। युवाओं की इस पहल से जहां गंगा साफ हो रही है, वहीं कूड़े का उपयोग भी हो रहा है।

गंगा वारियर्स अध्यक्ष आर्यन गौड़ ने बताया कि कूड़े की समस्या पर पहले अफसरों और नेताओं को ज्ञापन दिए। समस्या का हल न होने पर खुद ही सफाई का बीड़ा उठाया। इसके लिए युवाओं की समिति बनाई। समिति के सभी सदस्य नियमित गंगा से कूड़ा एकत्र करते हैं। कूड़े को एक स्थान पर लाया जाता और फिर कूड़े से पॉलीथिन, कपड़े, मिट्टी के दीये, मटके या कसोरे आदि को अलग करते हैं। फूल और खाद्य सामग्री को भी अलग किया जाता है। फूल, खाद्य सामग्री या अन्य गलने वाली चीजों को मिट्टी में दबाकर कंपोस्ट खाद तैयार की जाती है। कपड़े बीनकर जुलाहा जाति के लोगों को देते हैं। इससे वह चटाई और रस्सी तैयार कर अपनी जीविका चलाते हैं। पथरीली चीजों को भराव में या सड़क निर्माण का बेस बनाने में प्रयोग करने के लिए भेज देते हैं। कूड़े के खाद को किसान लेकर खेतों में प्रयोग करते हैं।

------

थोड़ी समझदारी से कम हो सकता है कचरा

लोगों की नासमझी के कारण कूड़े की समस्या लगातार बढ़ती जा रही है। बार-बार कहने के बाद भी लोग पॉलीथिन का प्रयोग करने से बाज नहीं आ रहे हैं। बचे हुए खाने, फल व सब्जी के अपशिष्ट को कूड़े में फेंकते हैं। इसको एकत्र कर गोशाला या अन्य पशुओं को खिलाया जा सकता है। सूखे और गीले कचरे को अलग-अलग एकत्र करें। पॉलीथिन का प्रयोग रोकने के लिए बाजार जाते समय थैला लेकर निकलें। प्लास्टिक, अखबार, गत्ता या अन्य कागज को अलग एकत्र करें। इसका दोबारा प्रयोग हो सकता है। टूटी इमारत के कचरे को सड़क निर्माण से पहले तैयार होने वाले बेस में इस्तेमाल कर सकते हैं। भराव में इस्तेमाल किया जा सकता है।

-निहालचंद, अधिकाशी अधिकारी पालिका

chat bot
आपका साथी