बदलते लाइफ स्टाइल से कमजोर हो रही हड्डियां: गौड़
बुलंदशहर: बदलते खान-पान और बदलते लाइफ स्टाइल का सीधा-सीधा असर लोगों के स्वास्थ्य पर पड़ रहा है। बुजु
बुलंदशहर: बदलते खान-पान और बदलते लाइफ स्टाइल का सीधा-सीधा असर लोगों के स्वास्थ्य पर पड़ रहा है। बुजुर्ग ही नहीं युवाओं की हड्डियां भी कमजोर हो रही हैं। नियमित व्यायाम और हेल्थी खानपान के साथ ही दिनचर्या बदलकर लोग हड्डियों का रोगी होने से बच सकते हैं। निश्शुल्क मेगा कैंप में लोगों को सलाह देने के साथ ही दवाएं दी गई और आधुनिक मशीनों से बुजुर्गों के घुटनों की जांच की गई।
रविवार को जहांगीराबाद के चमेली बरातघर में आयोजित आर्थोपेडिक एवं स्पाइन के मेगा कैंप में आर्थोपेडिक सर्जन एवं ज्वाइंट एवं स्पाइन स्पेशलिस्ट डा. हिमांशु गौड़ ने ढ़ाई सौ से अधिक ज्वाइंट, स्पाइन (रीढ़ की हड्डी) और डिस्क स्लिप आदि से संबंधित हड्डी के रोगियों का चेकअप किया। चेकअप में ज्यादातर मरीजों की हड्डियां (आस्टियोपोरोसिस) निकली हैं। बदलते लाइफ स्टाइल और खानपान का असर युवाओं की हड्डियों पर नजर आ रहा है। कैंप में 120 से अधिक लोग घुटने की बीमारी से ग्रस्त आए। 70 से ज्यादा रोगी स्पाइन एवं डिस्क स्लिप के आए। जबकि 60 रोगी हड्डी की ज्वाइंट समस्या से पीड़ित आए। डा. ने बताया कि आधुनिक तकनीक से डिस्क स्लिप की सर्जरी बहुत सुरक्षित हो गई है। डिस्क स्लिप की सर्जरी के दूसरे दिन ही लोग कामकाज कर सकते हैं। फोर्टिस नोएडा के सर्जन डा. हिमांशु गौड़ अपने गृह जनपद के लिए पेन फ्री मूवमेंट अभियान चला रहे हैं। डा. विकास कुमार और राजेश गोयल समेत कई लोग मौजूद रहे।