नवाचार : गोवंशी को सर्दी से बचाएंगे जूट के बोरे

जेएनएन बुलंदशहर हाड़ कंपकंपाने वाले सर्दी में गोवंशी को बचाने के लिए कवायद शुरू हो गई है। पिछले पांच दिनों में जिलापूर्ति और जिला विपणन विभाग 11 हजार बोरों की आपूर्ति गोआश्रय स्थलों को कर चुके हैं। हालांकि 18 हजार बोरों का लक्ष्य विभागों को दिया गया है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 19 Jan 2022 11:12 PM (IST) Updated:Wed, 19 Jan 2022 11:12 PM (IST)
नवाचार : गोवंशी को सर्दी से बचाएंगे जूट के बोरे
नवाचार : गोवंशी को सर्दी से बचाएंगे जूट के बोरे

जेएनएन, बुलंदशहर : हाड़ कंपकंपाने वाले सर्दी में गोवंशी को बचाने के लिए कवायद शुरू हो गई है। पिछले पांच दिनों में जिलापूर्ति और जिला विपणन विभाग 11 हजार बोरों की आपूर्ति गोआश्रय स्थलों को कर चुके हैं। हालांकि 18 हजार बोरों का लक्ष्य विभागों को दिया गया है।

सीडीओ अभिषेक पांडेय ने पांच दिन पूर्व जिलापूर्ति विभाग और विपणन विभाग की बैठक लेते हुए उन्हें स्टाक में रखे बोरों की मांग की। उन्होंने बताया कि आठ डिग्री सेल्सियस तापमान के अंतर्गत टीन शेड में मौजूद गोवंशी ठिठुर रहे हैं और सर्दी से बचाव के लिए दोनों विभाग जूट के बोरों का इंतजाम करें। सीवीओ अनिल कुमार सिंह को निर्देशित किया गया कि वह केयर टेकर और ग्राम पंचायत के सहयोग ने बोरों को सिलकर प्रत्येक गोवंश के लिए झूल तैयार करेंगे। इस झूल में दो पट्टी आगे और दो पीछे होंगी ताकि उठते-बैठते समय यह झूल जमीन पर न गिरे। इससे गोवंशी को सर्दी से बचाया सकेगा।

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तिरपाल की व्यवस्था नहीं तो कार्रवाई

ग्राम पंचायत और केयर टेकर तथा नगरीय क्षेत्र में ईओ को निर्देशित किया गया है कि टीन शेड के चारों ओर तिरपाल की व्यवस्था सुनिश्चित कर लें। यदि किसी गोआश्रय स्थल पर तिरपाल की व्यवस्था नहीं मिली तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

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ये है गोवंशी की स्थिति

नगर क्षेत्र में गोआश्रय स्थल : 19

देहात क्षेत्र में गोआश्रय स्थल : 146

गोआश्रय स्थल में गोवंशी की संख्या : 13291

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इन्होंने कहा..

कुछ तहसीलों में बोरे पहुंचे चुके हैं और सिलाई का कार्य चल रहा है। अधिकांश गोवंशों को झूल तैयार कर उन्हें सर्दी से बचाया जा रहा है। जहां अभी व्यवस्था नहीं हैं वहां भूसा और पराली लगाई गई है। आगामी दो दिनों में समस्त गोआश्रय स्थलों पर गोवंशों पर जूट की झूल होगी।

-अभिषेक पांडेय, सीडीओ।

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