सरकारी अस्पताल और क्वारंटाइन आश्रय स्थल पर लगे अतिरिक्त ट्रांसफार्मर

कोरोना वायरस से मजबूती के साथ लड़ने के लिए विद्युत कर्मी भी अपना भरपूर सहयोग दे रहे हैं और लगातार कोरोना योद्धा रूप में कार्य करने में जुटे हैं। सरकारी अस्पताल और क्वारंटाइन आश्रय स्थल पर विद्युत संबंधी परेशानी न होने पाए।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 01 Apr 2020 10:36 PM (IST) Updated:Wed, 01 Apr 2020 10:36 PM (IST)
सरकारी अस्पताल और क्वारंटाइन आश्रय स्थल पर लगे अतिरिक्त ट्रांसफार्मर
सरकारी अस्पताल और क्वारंटाइन आश्रय स्थल पर लगे अतिरिक्त ट्रांसफार्मर

बुलंदशहर, जेएनएन। कोरोना वायरस से मजबूती के साथ लड़ने के लिए विद्युत कर्मी भी अपना भरपूर सहयोग दे रहे हैं और लगातार कोरोना योद्धा रूप में कार्य करने में जुटे हैं। सरकारी अस्पताल और क्वारंटाइन आश्रय स्थल पर विद्युत संबंधी परेशानी न होने पाए। इसके लिए वहां पर अतिरिक्त ट्रांसफार्मर लगाए गए हैं। वहीं विद्युत कर्मियों को भी विशेष अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं।

सरकारी अस्पताल को कोविड-91 श्रेणी-एक का अस्पताल बनाया गया है। जहां पर सिकंदराबाद क्षेत्र के तीन कोरोना पॉजिटिव मरीज भी भर्ती किए गए हैं। इसके अलावा दूसरी तरफ खुर्जा में कालिदी कुंज के निकट केडीए के आवासों को क्वाइंटाइन आवास बनाया गया है। जहां पर काफी लोगों को आश्रय दिया गया है। इन दोनों स्थानों पर 24 घंटे विद्युत सप्लाई दी जा रही है। वहीं अब ऊर्जा निगम के अधिकारियों से विशेष सतर्कता बरते हुए दोनों स्थानों पर एक-एक अतिरिक्त ट्रांसफार्मर लगाते हुए वैकल्पिक व्यवस्था की गई है। जिससे अगर ट्रांसफार्मर फेल या खराब हो जाए, तो तारों को मात्र पांच मिनट में ही दूसरे ट्रांसफार्मर से जोड़ते हुए सप्लाई शुरू की जा सके। वहीं इन दोनों स्थानों पर विद्युत कर्मी को पूरी तरह से अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं। जिससे अगर विद्युत लाइन में किसी तरह की गड़बड़ हो जाए, तो उसे तुरंत ठीक कराया जा सके। उधर ऊर्जा निगम के एक्सईएन महेश उपाध्याय ने बताया कि वकअप के लिए दोनों स्थानों पर अतिरिक्त ट्रांसफार्मर लगाए गए हैं। जिससे विद्युत सप्लाई में किसी तरह की कोई परेशानी ना हो पाए।

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