वाटर रिचार्ज हार्वेस्टिग सिस्टम को मांगे सुझाव

ब्लाक के डबाकरा हाल में मंगलवार को हुई कार्यशाला में क्षेत्र में जल संचय के लिए तालाबों एवं सरकारी कार्यालयों में वाटर रिचार्ज हार्वेस्टिग सिस्टम को अपनाने को सुझाव मांगे गए।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 09 Jul 2019 09:33 PM (IST) Updated:Tue, 09 Jul 2019 09:33 PM (IST)
वाटर रिचार्ज हार्वेस्टिग सिस्टम को मांगे सुझाव
वाटर रिचार्ज हार्वेस्टिग सिस्टम को मांगे सुझाव

बिजनौर, जेएनएन। ब्लाक के डबाकरा हाल में मंगलवार को हुई कार्यशाला में क्षेत्र में जल संचय के लिए तालाबों एवं सरकारी कार्यालयों में वाटर रिचार्ज हार्वेस्टिग सिस्टम को अपनाने को सुझाव मांगे गए। कार्यशाला में केंद्रीय संयुक्त सचिव पार्थ सारथी सेन शर्मा ने कहा कि निरन्तर गिरते भूजल स्तर से नूरपुर ब्लाक के डार्क जोन में होना चिता का विषय है। उन्होंने कहा कि ब्लाक की सभी 112 ग्राम पंचायतों में चैक डैम, मेड बंधी, बोरवैल, तालाबों व वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम का इस्तेमाल कर पानी की बचत करने के साथ तालाबों में संचय करने पर जोर दिया। केंद्र सरकार ने पूरे देश के 215 जिलों एवं डेढ़ हजार ब्लाक क्षेत्रों को चिन्हित कर गिरते भूजल स्तर को बढ़ाने की दिशा में कदम उठाया है। उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से महिलाओं को जागरूक करके पानी को बचाने इस अनमोल धरोहर की सुरक्षा के प्रति जागरूक करने अपील की। कार्यशाला में नेमीशरण सलूजा ने सुझाव दिया कि ग्राम पंचायतों को वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम के लिए सब्सिडी मिले, तो फसलों की सिचाई नलकूप की जगह पर फव्वारे द्वारा की जाए, तो यह योजना जल संचय में कारगर साबित होगी। न्यादरी देवी बालिका इंटर कॉलेज की प्रधानाचार्या ने तालाबों व नालों की सफाई पर जोर दिया। कार्यशाला के बाद केंद्रीय संयुक्त सचिव ने क्षेत्र के गांव पोटा में चैक डैम का निरीक्षण किया। वहीं ब्लाक परिसर में शिक्षिकाओं एवं आगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने पौधारोपण किया। कार्यशाला में सीडीओ प्रवीण मिश्र, डीएफओ, परियोजना निदेशक विजय प्रकाश श्रीवास्तव, एसडीएम परमानंद झा, बीडीओ कोतवाली, बीडीओ धामपुर, बीईओ डीएल राणा, एडीओ पंचायत उदयराज सिंह समेत क्षेत्र के सैकड़ों ग्राम प्रधान एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता उपस्थित थे।

- ब्लाक में होगा दो सौ रूफ टाप वाटर हार्वेस्टिग का निर्माण

संसू, जलीलपुर : प्रधान नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल जल शक्ति अभियान में गति देने के लिए अफसरों को जी-जान से जुट गए है। बीडीओ रोहताश सिंह का कहना है कि ब्लाक के 325 तालाबों को चिन्हित किए गए, इन सभी तालाबों से अतिक्रमण हटाकर जल संचय के लिए तैयार किए जाएंगे। वहीं विद्यालयों और पंचायत घरों की छत पर रूप टाप वाटर हार्वेस्टिग निर्माण कराया जाएगा। वहीं ग्राम पंचायतों में लगे हैंडपंपों के किनारे एकत्र पानी को सॉकपिट के जरिए जमीन के अंदर पहुंचाया जायेगा। भूगर्भ विभाग के अनुसार जलीलपुर को डार्क जोन में घोषित किया गया है। ब्लाक क्षेत्र के वाटर लेवल बढ़ाने के लिए जल्द ही 200 सॉकपिट पर काम शुरू कर दिया जाएगा। ब्लाक जलीलपुर में 110 ग्राम पंचायतों में 65 पंचायत घर बने है। पहले इन पंचायतों घरों की छतों पर हार्वेस्टिंग का काम शुरू किया जाएगा, इसके बाद विद्यालयों की छतों पर पानी रोककर सॉकपिट के माध्यम से धरती के अंदर पानी पहुंचाया जाएगा।

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