कोरोना काल में मास्क नहीं पहनना सामाजिक अपराध

करीब एक माह से कोरोना का कहर थमता नजर आ रहा है। मरीजों की संख्या में निरंतर कमी आ रही है। बावजूद इसके कुछ लोग लापरवाही बरत रहे हैं। जो समाज के लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकती है। ऐसे में घर से निकलते समय मास्क का प्रयोग अवश्य करें।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 27 Oct 2020 05:26 PM (IST) Updated:Tue, 27 Oct 2020 05:26 PM (IST)
कोरोना काल में मास्क नहीं पहनना सामाजिक अपराध
कोरोना काल में मास्क नहीं पहनना सामाजिक अपराध

बिजनौर, जेएनएन। करीब एक माह से कोरोना का कहर थमता नजर आ रहा है। मरीजों की संख्या में निरंतर कमी आ रही है। बावजूद इसके कुछ लोग लापरवाही बरत रहे हैं। जो समाज के लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकती है। ऐसे में घर से निकलते समय मास्क का प्रयोग अवश्य करें।

नवरात्रि के दौरान देवी मंदिरों एवं इसके बाद विभिन्न स्थानों पर हुई रामलीलाओं में तमाम प्रयास के बावजूद भीड़ एकत्र हुई, ऐसे में शारीरिक दूरी के सभी मानक टूटते नजर आए। भीड़ के बावजूद बड़ी संख्या में लोग बिना मास्क लगाए दिखाई दिए। लोगों ने यदि लापरवाही बरतना बंद नहीं किया तो संक्रमण को तेजी से फैलने से कोई नहीं रोक सकता है। जिला अस्पताल के सीएमएस डा. ज्ञान चंद बताते हैं कि जब तक हम नहीं सुधरेंगे, तब तक हम कोरोना पर लगाम नहीं लगा सकते। जब तक वैक्सीन और दवा न आए, तब तक सभी को सरकार द्वारा जारी नियमों का पालन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि घर से निकलते समय मास्क का प्रयोग अवश्य करें। मास्क पर बार-बार हाथ न लगाएं। भीड़ का हिस्सा न बनें। यदि किसी दुकान, मंदिर अथवा अन्य स्थान पर भीड़ है तो थोड़ी देर इंतजार करें। शारीरिक दूरी का पालन अवश्य करें। बार-बार हाथ धोने को आदत में शामिल करें। लोगों से मिलते समय कम से कम दो गज की दूरी का पालन करते रहें। बुजुर्ग घर में भी मास्क पहनें, ताकि कोरोना ही नहीं अन्य संक्रमण से भी बचा जा सके।

chat bot
आपका साथी