गश्त के दौरान दारोगा पर हाथी ने किया हमला
अमानगढ़ टाइगर रिजर्व वन रेंज की मकौनिया वन चौकी पर तैनात वन दारोगा पर गश्त के दौरान एक हाथी ने हमला कर दिया। दारोगा ने किसी तरह झाड़ियों में छिपकर अपनी जान बचाई। सूचना पर पहुंचे वनकर्मियों ने हवाई फायर किया जिससे हाथी जंगल की ओर से भाग गया। दारोगा को जसपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
जेएनएन, बिजनौर। अमानगढ़ टाइगर रिजर्व वन रेंज की मकौनिया वन चौकी पर तैनात वन दारोगा पर गश्त के दौरान एक हाथी ने हमला कर दिया। दारोगा ने किसी तरह झाड़ियों में छिपकर अपनी जान बचाई। सूचना पर पहुंचे वनकर्मियों ने हवाई फायर किया जिससे हाथी जंगल की ओर से भाग गया। दारोगा को जसपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
अमानगढ़ टाइगर रिजर्व वन रेंज की मकौनिया वन चौकी पर वन दारोगा अकबर अली तैनात हैं। उन्होंने बताया कि वे गुरुवार देर शाम बाइक से गश्त पर गए थे, वह मकौनिया बीट की कक्ष संख्या-15 में गश्त कर बाइक द्वारा वापस वन चौकी पर लौट रहे थे। जब उनकी बाइक मकौनिया गेट के निकट पहुंची तो उनके सामने अचानक एक हाथी आ गया। उन्होंने बचने का प्रयास किया लेकिन हाथी ने हमला कर दिया, जिससे उनकी बाइक गिर गई और वह घायल हो गए। अकबर अली के मुताबिक वह चोट लगने के बावजूद भी वहां से दौड़े और पेट के बल रेंगते हुए झाड़ियों के अंदर छुप गए। इस दौरान हाथी ने उनकी बाइक को क्षतिग्रस्त कर दिया। अकबर अली ने फोन से तत्काल घटना की सूचना वन चौकी पर दी। चौकी पर तैनात वन कर्मी नैन सिंह और मंसूर मलिक राइफल लेकर घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने हवाई फायर किया, जिससे हाथी वहां से भाग गया। वन दारोगा अकबर अली को जसपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
घायल गोवंशीय पशु की मौत
नजीबाबाद कोतवाली मार्ग पर साहू जैन कालेज के निकट गोवंशीय पशु घायल हालत में देखा गया। जानकारी मिलने पर शेखपुरगढ़ू के ग्राम प्रधान धूम सिंह ने पशु चिकित्सक को बुलाकर घायल गोवंशीय पशु को उपचार भी दिलाया, लेकिन कुछ देर बाद पशु की मौत हो गई। पशु के शव को पूर्वी गंगनहर उपशाखा से जुड़े नहर पटरी बाईपास मार्ग पर दफना दिया गया।