एंबुलेंस स्टाफ की हड़ताल दूसरे दिन भी जारी
प्रदेश भर से एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस पर तैनात स्टाफ हटाए जाने से क्षुब्ध सभी एंबुलेंस चालकों एवं अन्य स्टाफ की हड़ताल मंगलवार को भी जारी रही। मंगलवार को एक बस से 50 से अधिक एंबुलेंस स्टाफ लखनऊ में चल रहे धरने में शामिल होने पहुंचा। हड़ताल से रोगियों एवं अन्य तीमारदारों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
जेएनएन, बिजनौर। प्रदेश भर से एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस पर तैनात स्टाफ हटाए जाने से क्षुब्ध सभी एंबुलेंस चालकों एवं अन्य स्टाफ की हड़ताल मंगलवार को भी जारी रही। मंगलवार को एक बस से 50 से अधिक एंबुलेंस स्टाफ लखनऊ में चल रहे धरने में शामिल होने पहुंचा। हड़ताल से रोगियों एवं अन्य तीमारदारों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस स्टाफ को हटाने के विरोध में एंबुलेंस स्टाफ का धरना व हड़ताल मंगलवार को दूसरे दिन भी जारी रही। एंबुलेंस स्टाफ ने मंगलवार को बाईपास रोड पर धरना देकर प्रदर्शन भी किया। एंबुलेंस स्टाफ एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष पवन चौहान ने एंबुलेंस स्टाफ को न्यूनतम वेतन दिलाने एवं स्टाफ को एनएचएम में शामिल करने की मांग दोहराई। कहा कि जब तक सभी स्टाफ को वापस नहीं रखा जाएगा, तब तक हड़ताल जारी रहेगी। लखनऊ में चल रहे धरने में शामिल होने के लिए एक बस गई है। वर्तमान में जिले में 102 एंबुलेंस 31, 108 एंबुलेंस 33 एवं एएलएस तीन एंबुलेंस चल रही है। एंबुलेंस पर तैनात स्टाफ का ठेका लेने वाली दिगित्सा हेल्प केयर ने प्रदेश भर में एएलएस एंबुलेंस पर तैनात स्टाफ समेत जिले में चल रही तीन एएलएस से सभी 12 कर्मचारियों को हटा दिया है। हड़ताल से मरीज-तीमारदार रहे परेशान
सरकारी एंबुलेंस सेवा सड़क दुर्घटनाओं, प्रसव पीड़ित महिलाओं एवं अन्य गंभीर रोगियों को सरकारी अस्पताल तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाती है। एकाएक हड़ताल होने से रोगियों एवं तीमारदारों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यही कारण है कि अब तीमारदारों को मरीज अस्पताल तक पहुंचाने के लिए निजी वाहनों अथवा निजी एंबुलेंस का सहारा लेना पड़ रहा है।