जिदगी व मौत के बीच हेलमेट व सीटबेल्ट बनेगी सुरक्षा कवच

शुक्रवार छह सितंबर को जिले में गोपीगंज थाना क्षेत्र के जंगीगंज बाजार ज्ञानपुर कोतवाली के मिल्की व औराई के लालानगर टोल प्लाजा के समीप हुई सड़क दुर्घटनाओं में तीन लोगों की मौत हो गई। जबकि दो अन्य घटनाओं में घायल लोग जीवन व मौत के बीच जूझने को मजबूर हो उठे। उनकी मौत के साथ उनका पूरा परिवार बिखर उठा।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 07 Sep 2019 06:38 PM (IST) Updated:Sat, 07 Sep 2019 06:38 PM (IST)
जिदगी व मौत के बीच हेलमेट व सीटबेल्ट बनेगी सुरक्षा कवच
जिदगी व मौत के बीच हेलमेट व सीटबेल्ट बनेगी सुरक्षा कवच

जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : शुक्रवार छह सितंबर को जिले में गोपीगंज थाना क्षेत्र के जंगीगंज बाजार, ज्ञानपुर कोतवाली के मिल्की व औराई के लालानगर टोल प्लाजा के समीप हुई सड़क दुर्घटनाओं में तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि दो अन्य घटनाओं में घायल लोग जीवन व मौत के बीच जूझने को मजबूर हो उठे। उनकी मौत के साथ उनका पूरा परिवार बिखर उठा। सबसे अहम यह कि मौत का सबसे बड़ा कारण बना सिर में चोट आना। यदि यह सभी बाइक सवार हेलमेट लगाए होते तो शायद उनकी जिदगी बच सकती थी। यह तो मात्र उदाहरण है सड़क हादसों में होने वाली मौतों की। प्रतिदिन न जाने कितनी घटनाओं में लोगों को जान गंवाना पड़ता है, जिसमें से 90 फीसद मामलों में कारण सिर का चोट ही बनता है। इसके बाद भी हेलमेट व सीटबेल्ट लगाने की अनदेखी वास्तव में दु:खद है। कुछ इसी अंदाज में शनिवार को काशी नरेश राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय ज्ञानपुर के विद्यार्थियों को उदाहरण सहित यातायात नियमों का पालन करने व वाहन चलाते समय हेलमेट व सीट बेल्ट लगाने की उपयोगिता समझाई पुलिस क्षेत्राधिकारी ज्ञानपुर कालू सिंह ने। मौका था दैनिक जागरण व महाविद्यालय प्रशासन की ओर से आयोजित यातायात जागरूकता कार्यशाला का। नियमों के पालन का पढ़ाया पाठ

सीओ कालू सिंह ने विद्यार्थियों को यातायात नियमों का पाठ पढ़ाते हुए कहा कि नया मोटर अधिनियम व्यापक बदलाव के साथ इसे लागू कर दिया गया है।अब यातायात नियमों के उल्लंघन पर पहले की अपेक्षा दस गुना अधिक जुर्माना वसूलने का प्रावधान हो गया है। विशेषकर किशोरवय के लिए वाहन चलाने पर नियम बेहद सख्त कर दिए गए हैं। पकड़े जाने पर एक तरफ जहां जुर्माना होगा तो उनके अभिभावकों तक को तीन वर्ष तक की सजा हो सकती है। मुकदमा भी दर्ज किया जाएगा। इसके अलावा ड्राइविग लाइसेंस बनवाना मुश्किल हो जाएगा। नियम व जुर्माने में किये गए बदलाव की विस्तार से जानकारी दी। बाइक चलाते समय हेलमेट व चार पहिया वाहन में सीट बेल्ट का प्रयोग अनिवार्य रूप से करने पर जोर दिया। बताया कि इससे जहां जीवन सुरक्षित रहेगा तो जुर्माने की कार्रवाई से भी काफी हद तक बचा जा सकता है। प्राचार्य डा. पीएन डोंगरे ने छात्र-छात्राओं को यातायात नियमों का पालन करने का संदेश दिया। साथ ही बाइक से महाविद्यालय आने वाले विद्यार्थियों को हेलमेट लगाकर आने का आह्वान किया। डा. कामिनी वर्मा ने कार्यशाला के उद्देश्य पर प्रकाश डाला। इस मौके पर डा. किशोरीलाल पांडेय, डा. घनश्याम मिश्र, डा. जेएस नौलखा, डा. मनोज अवस्थी, डा. अभिमन्यु यादव, डा. सर्वेशानंद, डा. महेंद्र, डा. अवधेश व अन्य थे। ये दिलाई गई शपथ

'मैं शपथ लेता/लेती हूं कि वाहन चलाते समय सभी ट्रैफिक नियमों का पालन करूंगा/करूंगी। वाहन चलाते समय हेलमेट व सीट बेल्ट का अनिवार्य रूप से प्रयोग करूंगा-करूंगी। मादक पदार्थों का प्रयोग कर वाहन नहीं चलाऊंगा/चलाऊंगी। खुद नियमों का पालन करने के साथ और लोगों को भी इसके लिए प्रेरित करूंगा/करूंगी।

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