सॉल्वर गिरोह पर शिक्षा विभाग ने साधी चुप्पी

शिक्षक पात्रता परीक्षा में सेंध लगाने वाले साल्वर गिरोह को लेकर शिक्षा विभाग की चुप्पी से सवाल उठ रहा है। नकल सामग्री परीक्षा केंद्र के अंदर कैसे पहुंची और इसके पीछे किसका हाथ था यह अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 09 Jan 2020 07:00 PM (IST) Updated:Thu, 09 Jan 2020 07:00 PM (IST)
सॉल्वर गिरोह पर शिक्षा विभाग ने साधी चुप्पी
सॉल्वर गिरोह पर शिक्षा विभाग ने साधी चुप्पी

जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : शिक्षक पात्रता परीक्षा में सेंध लगाने वाले साल्वर गिरोह को लेकर शिक्षा विभाग की चुप्पी से सवाल उठ रहा है। नकल सामग्री परीक्षा केंद्र के अंदर कैसे पहुंची और इसके पीछे किसका हाथ था यह अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है। परीक्षा के दो दिन पहले ही डीएम ने बैठक कर अधिकारियों को सख्त निर्देश जारी कर दिया गया थी परीक्षार्थियों की गहन तलाशी मुख्यद्वार पर ही की जाएगी। इसके पश्चात ही उन्हें कक्ष में प्रवेश करने दिया जाएगा। पुलिस तीनों परीक्षार्थियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच में जुटी हुई है तो वहीं शिक्षा विभाग के लोग मामले को सलटाने में जुटे हैं।

टीईटी परीक्षा को लेकर जो आशंका थी वही हो गया। पूर्वाचल के साल्वर गिरोह के लोग इन दिनों भदोही को ही सुरक्षित जोन बना चुके हैं। टीईटी की परीक्षा शुरू होने के पहले ही पेपर आउट कर उत्तर कुंजी तैयार कर लिया गया था। औराई के काशीराज महाविद्यालय इंटर कालेज, बाबूसराय के अलावा अन्य कई केंद्रों पर मोटी रकम लेकर उत्तर कुंजी बेची गई थी। हर केंद्रों पर सॉल्वर गिरोह के सरगना ने किसी न किसी माध्यम से गोटी सेट कर दिया था, लेकिन इन केंद्रों पर नहीं हो पाया था। केंद्र व्यवस्थापक और कक्ष निरीक्षक के बयान पर शुभांगी मिश्र पत्नी अवनीश मिश्र, आशीष कुमार और दीपक मिश्र पुत्र विध्यवासिनी के खिलाफ परीक्षा अधिनियम के तहत मुकदमा दर्जकर लिया गया था। साथ ही बरामद नकल सामग्री और प्रथम कॉपी को सील कर परीक्षा नियंत्रक को भेज दिया। पोल खुलते ही शिक्षा विभाग के मास्टरमाइंड ओहदेदारों में खलबली मच हुई है।

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