खतरे का निशान छूने को बेताब गंगा

तीन दिनों से लगातार हो रही बारिश से उफनाई गंगा लाल निशान छूने को बेताब दिख रही हैं। गुरुवार को 10 सेमी प्रति घंटा के रफ्तार से जल स्तर वृद्धि दर्ज किया गया।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 11 Jul 2019 09:53 PM (IST) Updated:Thu, 11 Jul 2019 09:53 PM (IST)
खतरे का निशान छूने को बेताब गंगा
खतरे का निशान छूने को बेताब गंगा

जागरण संवाददाता, सीतामढ़ी (भदोही): तीन दिनों से लगातार हो रही बारिश से उफनाई गंगा लाल निशान छूने को बेताब दिख रही हैं। गुरुवार को 10 सेमी प्रति घंटा की रफ्तार से जलस्तर में वृद्धि दर्ज की गई। बढ़ रहे जलस्तर से तटवर्ती गांव के लोगों में दहशत व्याप्त है।

गंगा में बढ़ाव होने से सीतामढ़ी क्षेत्र के गांवों में बाढ़ और कटान का खतरा सर्वाधिक बन जाता है। गंगा की धाराओं से तीन तरफ से घिरा कोनिया क्षेत्र में जलस्तर बढ़ने के साथ ही तटवर्ती इलाकों के लोगों की नींद उड़ जाती है। सीतामढ़ी मीटर रीडिग के अनुसार 81.2 मीटर पर खतरे का निशान है। वर्तमान समय में गंगा का जल स्तर 67.780 पर है। सबसे प्रभावित गांव छेछुआ, गजाधरपुर, तुलसीकला हैं। केंद्रीय जल आयोग सीतामढ़ी के रीडिग के अनुसार देर शाम जल स्तर के वृद्धि में कुछ कमी आई है। बारिश के चलते यह बढ़ाव हुआ है। बारिश बंद होते ही जल स्तर में कमी आ सकती है। पहाड़ी क्षेत्रों में जब जोरदार बारिश होती है तब स्थिति बिगड़ जाती है।

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