पीड़िता का एसजीपीजीआइ में इलाज, भुगतान मुख्यमंत्री राहत कोष से

जागरण संवाददाता ज्ञानपुर (भदोही) पिता की गंदी निगाहों से बचकर घर से निकली बहादुर बेट

By JagranEdited By: Publish:Fri, 18 Sep 2020 09:30 PM (IST) Updated:Fri, 18 Sep 2020 09:30 PM (IST)
पीड़िता का एसजीपीजीआइ में इलाज, भुगतान मुख्यमंत्री राहत कोष से
पीड़िता का एसजीपीजीआइ में इलाज, भुगतान मुख्यमंत्री राहत कोष से

जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : पिता की गंदी निगाहों से बचकर घर से निकली बहादुर बेटी के इलाज के लिए जिला प्रशासन पूरी तरह तैयारी में जुट गया है। डीएम राजेंद्र प्रसाद ने पीड़िता को एसजीपीजीआइ में भर्ती कराने के लिए सीएमओ डा. लक्ष्मी सिंह निर्देशित किया है। उनका कहना है कि भर्ती होने के बाद उसके इलाज में खर्च होने वाला बजट मुख्यमंत्री राहत कोष से जारी किया जाएगा।

घोसिया नगर में एक बेटी अपने पिता से आबरू बचाने के चक्कर में छत से कूद गई थी। विरोध करने पर पिता ने मारपीट कर भगा दिया था। वह किसी तरह से दिल्ली में रहकर काम करती थी। इसी बीच हरिद्वार जाकर हिदू धर्म को अपना लिया था। उसका कहना है कि जिस धर्म में मां, बहन और बेटी की पहचान नहीं है उससे अब घृणा हो गया है। इन दिनों वह फिर अपने पिता के घर घोसिया आई हुई है। उसके पिता लगातार घर से निकलने की धमकी दे रहे हैं। रीढ़ में टीबी होने के कारण वह कहीं भी चल फिर नहीं सकती है। डीएम के निर्देश पर उसके घर पहुंचे एसडीएम ने जांच कर रिपोर्ट भेज दी है। उसकी सुरक्षा व्यवस्था भी बढ़ा दिया गया है।

चिकित्सकों ने उसके इलाज के लिए एसजीपीजीआइ बताया है। सीएमओ को इस संबंध में निर्देश जारी किया गया है कि पीजीआई में सीट खाली होने पर उसे तत्काल भर्ती कराया जाए। भर्ती होने के बाद पूरा खर्चा मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से जारी किया जाएगा। पीड़िता ने बताया जबसे प्रभारी निरीक्षक औराई ने पिता को फोन कर चेतावनी दी है तब से वह अभी तक चुप है।

- राजेंद्र प्रसाद, डीएम

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