लाभार्थियों से धोखा, 10 हजार उम्मीदें चकनाचूर

निगरानी समिति की बैठक में यह निश्चित किया गया कि प्रत्येक तहसीलों और ब्लाकों में शिविर का आयोजन किया जाएगा। इस शिविर में वृद्धा निराश्रित महिला और दिव्यांग पेंशन के पात्र लाभार्थियों से आवेदन लिए जाएंगे।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 04 Jun 2020 06:25 PM (IST) Updated:Thu, 04 Jun 2020 06:25 PM (IST)
लाभार्थियों से धोखा, 10 हजार उम्मीदें चकनाचूर
लाभार्थियों से धोखा, 10 हजार उम्मीदें चकनाचूर

जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : निगरानी समिति की बैठक में यह निश्चित किया गया कि प्रत्येक तहसील और ब्लाक में शिविर का आयोजन किया जाएगा। शिविर में वृद्धावस्था, निराश्रित महिला और दिव्यांग पेंशन के पात्र लाभार्थियों से आवेदन लिए जाएंगे। शिविर में माननीयों की भी उपस्थिति रहेगी। हुआ वही जो सदन में निश्चित हुआ था। दिसंबर 2019 में तीनों तहसील और ब्लाकों में शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में अलग-अलग पेंशन के 10 हजार लाभार्थियों ने आवेदन किए। अब अफसरों की तिकड़म से ऐसे सभी आवेदन-पत्र बेकार हो गए। धीरे-धीरे छह माह बाद भी योजना का लाभ न मिलने पर लाभार्थी अपने को ठगा महसूस कर रहे हैं। उनका कहना है कि अफसरों की तिकड़म से उनके आवेदन स्वीकृत नहीं करने थे तो शिविर लगाने का कोई औचित्य ही नहीं था। केस 1 : विकास खंड डीघ क्षेत्र के कौलापुर गांव निवासी राम शिरोमणि मिश्र 13 किलोमीटर साइकिल चलाकर तहसील ज्ञानपुर पहुंचे थे। उन्होंने वृद्धावस्था पेंशन के लिए आवेदन किया था। धीरे-धीरे छह माह से अधिक का समय बीत गया लेकिन अभी तक उनकी पेंशन स्वीकृत नहीं हुई। उन्हें इसकी जानकारी भी नहीं दी गई। केस 2 : विकास खंड डीघ के बेरासपुर गांव निवासी सुरेश पांडेय कुछ दूर पैदल तो कुछ दूरी किसी दूसरे के साधन से चलकर तहसील ज्ञानपुर पहुंचे थे। उन्होंने वृद्धावस्था पेंशन के लिए आवेदन कर रखा था। शिविर में जो भी कागज मांगा गया वह सब दे भी दिया लेकिन अभी तक उन्हें पेंशन नहीं मिली। 500 रुपये प्रति माह मिलनी चाहिए पेंशन : दिव्यांग, महिला निराश्रित और वृद्धावस्था पेंशन योजना के तहत प्रत्येक लाभार्थी को 500 रुपये प्रतिमाह दिए जाते हैं। सरकार की ओर से पहले इसका चार किस्तों में भुगतान होता था लेकिन कोविड-19 को देखते हुए अप्रैल और मई की पेंशन दी जा चुकी है। अब जून और जुलाई माह की पेंशन की तैयारी चल रही है। वार्षिक सत्यापन के लिए भी सूची संबंधित गांवों में भेज दी गई है। संबधित गांव के सचिव पेंशनर की जिदा अथवा मृतक संबंधी रिपोर्ट उपलब्ध कराएंगे। वित्तीय वर्ष 2019-20 में दिया लाभ

वृद्धावस्था पेंशन : 40,387

निराश्रित महिला पेंशन : 25,887

दिव्यांगजन पेंशन : 13,944 क्या कहते हैं जिम्मेदार

पेंशन के लिए बैंक पास बुक, आय प्रमाण पत्र, आयु प्रमाणपत्र सहित अन्य दस्तावेज की जरूरत पड़ती है। अब तो कोई भी लाभार्थी कहीं से भी ऑनलाइन आवेदन कर सकता है। शिविर में अधिसंख्य आवेदनों में दस्तावेज नहीं लगाए गए थे। आवेदनों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि शिविर में आए आवेदनों के संबंध में कुछ भी मत जानिए तभी अच्छा है।

-- महेंद्र यादव, जिला समाज कल्याण अधिकारी प्रशासन शिविर में आए आवेदनों को लेकर सख्त हैं। मामले में तीनों अधिकारियों को तलब किया गया है। चेताया है कि यदि शिविर में आए आवेदनों की फीडिग आदि प्रक्रिया पूरी नहीं की गई होगी तो संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। --- राजेंद्र प्रसाद, जिलाधिकारी

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