नई आयात-निर्यात नीति का एकमा ने किया स्वागत

By Edited By: Publish:Sat, 09 Jun 2012 09:46 PM (IST) Updated:Sun, 10 Jun 2012 12:56 AM (IST)
नई आयात-निर्यात नीति का एकमा ने किया स्वागत

भदोही: भारत सरकार की नई आयात निर्यात नीति को एकमा ने भी सराहा है। उसका मानना है कि सरकार की इस उदार नीति का फायदा कालीन उद्योग को मिलना तय है।

नगर के मर्यादपंट्टी स्थित एकमा सभागार में शनिवार को पत्रकारों से बातचीत में एकमाध्यक्ष ओंकारनाथ मिश्रा व मानद सचिव अब्दुल हादी ने संयुक्त रूप से कहा कि भारत सरकार ने क्लीन डीए को बैन कर कालीन जैसे छोटे व मझोले उद्योगों को डूबने से बचाया है। कहा कि अब छोटे व मझोले निर्यातक अपना माल बैंक गारंटी अथवा एक्सपोर्ट क्रेडिट गारंटी निगम के माध्यम से रिस्क कवर कराकर भेजेंगे। इसका सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि विदेशी बाजार में भेजे गए कालीनों का भुगतान फंसने की आशंका नहीं होगी। कहा कि नई व्यवस्था के तहत डायरेक्टर जनरल आफ फारेनट्रेड (डीजीएफटी)तथा निर्यातकों के बैंक अकाउंट को ई-मेल के जरिए जोड़ दिया जाएगा। इससे निर्यातकों को मिलने वाले बैंक रियलाइजेशन सर्टिफिकेट (बीआरसी) के लिए बैंकों का चक्कर नहीं पड़ेगा। इस मौके पर सुरेंद्रनाथ बरनवाल, शिवसागर तिवारी, ओंकारनाथ मिश्र बच्चा, असलम अंसारी सहित अन्य लोग रहे।

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स्थगित बैठक 16 अब को

भदोही: एकमा सभागार में शनिवार को संगठन की 52 वीं साधारण सभा की बैठक कोरम के अभाव में स्थगित कर दी गई। एकमा के मानद सचिव अब्दुल हादी ने बताया कि अगली बैठक शनिवार 16 जुलाई को होगी।

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