बूचड़खानों संग चिकन-मटन की दुकानें भी बंद

जागरण संवाददाता, भदोही : बूचड़खानों के खिलाफ शुरू हुई कार्रवाई के बाद कालीन नगरी स्थित मांस व्यवसाय प

By JagranEdited By: Publish:Sun, 26 Mar 2017 01:00 AM (IST) Updated:Sun, 26 Mar 2017 01:00 AM (IST)
बूचड़खानों संग चिकन-मटन की दुकानें भी बंद
बूचड़खानों संग चिकन-मटन की दुकानें भी बंद

जागरण संवाददाता, भदोही : बूचड़खानों के खिलाफ शुरू हुई कार्रवाई के बाद कालीन नगरी स्थित मांस व्यवसाय पूरी तरह ठप हो गया है। बड़े मांस व्यवसायियों के साथ-साथ मटन व चिकन के काम करने वाले भी हाथ पर हाथ धरे बैठने को विवश हैं। उधर प्रशासन का कहना है कि जिसके पास लाइसेंस होगा वहीं चिकन, मटन, मछली बेंच सकता है। जबकि विडंबना यह है कि अधिकतर लोगों के पास लाइसेंस तो हैं नवीनीकरण नहीं कराया गया हैं। उधर दुकानें बंद रहने से शनिवार को मांस व मछली बाजारों में सन्नाटा पसरा रहा।

कालीन नगरी में बूचड़खाना बंद होने के साथ मटन, चिकन व मछली की भी जो दुकानें खुल रही थीं शनिवार से उनके शटर भी डाउन हो गए। प्रशासन का कहना है कि जिनके पास लाइसेंस है वही व्यवसाय कर सकते हैं जिनके पास लाइसेंस नहीं है उनकी दुकान खुली तो कार्रवाई की जाएगी। इस बाबत उपजिलाधिकारी रामजीलाल का कहना है कि जिलाधिकारी के सख्त आदेश है बिना लाइसेंस किसी को मांस, मछली बेंचने की इजाजत नहीं दी जाएगी। ऐसा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।

बताते चलें कि मटन, चिकन के व्यवसायी नगर पालिका से जबकि मछली व्यवसायी मंडी हाउस से लाइसेंस बनवाते हैं। विडंबना तो यह है कि पूर्व में रोकथाम, जांच पड़ताल न होने के कारण लाइसेंस नवीनीकरण को लेकर अधिकतर ने उदासीनता बरती। जिसका परिणाम अब उन्हें भुगतना पड़ रहा है।

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