बेसिक शिक्षा में दीक्षा एप लाएगा क्रांतिकारी बदलाव
- जनपद के 4516 अध्यापकों को प्रशिक्षण नहीं मिला
जासं, बस्ती : महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरण आनंद ने बुधवार को स्टेट रिसोर्स ग्रुप (एसआरजी) की गूगल मीट पर बैठक ली। दीक्षा एप की विशेषता पर प्रकाश डाला। कहा यह एप बेसिक शिक्षा में एक क्रांतिकारी बदलाव लाएगा। इससे सरकारी और प्राइवेट दोनों विद्यालयों के बच्चे लाभान्वित होंगे। उनका शैक्षिक स्तर बढ़ेगा।
महानिदेशक ने एसआरजी को मिशन प्रेरणा के हीरो और हीरा की संज्ञा दी। कहा कि एसआरजी और एआरपी (एकेडमिक रिसोर्स पर्सन) का यह उत्तरदायित्व है कि दीक्षा एप से प्रत्येक बच्चे को जोड़ें। इस एप से बच्चों की आदत ऐसी बनेगी कि विद्यालय में छुट्टी की घंटी लगने के बाद पढ़ने की जिज्ञासा जाहिर करेंगे। यह तकनीक का युग है। एसआरजी और एआरपी अध्यापकों के साथ टीम बनाते हुए कार्य करेंगे। प्रत्येक अध्यापक का एक लर्निंग पासबुक बनेगा। जनपद के कुल 8174 में से कुल 3558 शिक्षक यानी 46.5 फीसद अध्यापकों ने दीक्षा पर प्रशिक्षण प्राप्त कर लिया है। 4516 अध्यापक अभी प्रशिक्षण से वंचित हैं। कुल 137 विद्यालय ऐसे हैं जहां के 715 अध्यापकों ने दीक्षा को मानव संपदा से मर्ज नहीं किया है। जिले के एसआरजी आशीष कुमार श्रीवास्तव ने आश्वस्त किया कि शीघ्र ही दीक्षा कोर्स पूर्ण करने में सौ फीसद सफलता हासिल होगी।