उबड़-खाबड़ रास्तों से विदा होंगी देवी मइया

देवी मइया की विदाई में इस बाद मां भक्तों को कठिन परीक्षा से गुजरनी पड़ेगी।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 22 Oct 2018 10:54 PM (IST) Updated:Mon, 22 Oct 2018 10:54 PM (IST)
उबड़-खाबड़ रास्तों से विदा होंगी देवी मइया
उबड़-खाबड़ रास्तों से विदा होंगी देवी मइया

बस्ती : देवी मइया की विदाई में इस बाद मां भक्तों को कठिन परीक्षा से गुजरनी पड़ेगी। शहर को जोड़ने वाली प्रमुख सड़कें बदहाल हैं, जहां से मइया को भक्त विदाई के लिए आएंगे। कुछ मिलाकर उबड़-खाबड़ रास्तों से ही मइया की विदाई होगी।

जगह-जगह टूटी और गड्ढे में तब्दील हो चुकी कई ऐसी सड़कें हैं जहां से बड़ी संख्या में श्रद्धालु दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के लिए गुजरेंगे। इस दौरान उनको कदम-कदम पर बदहाली का दंश झेलना पड़ेगा। पूर्णिमा के दिन 24 अक्टूबर को शहर समेत आस-पास गांवों में स्थापित दुर्गा प्रतिमा का विसर्जन कुआनों नदी के अमहट घाट पर होता है। अब जिस मार्ग से मइया को लेकर भक्तगण आएंगे, उस मार्ग की बदहाली देख लें। पुरानी बस्ती की ओर से आने वाली प्रतिमाओं को बरदहिया बाजार, पांडेय बाजार, रेलवे स्टेशन नारंग रोड, दक्षिण दरवाजा की सड़क लोगों की परीक्षा लेने को तैयार है। यही हाल द्विजेश मार्ग पचपेड़िया का है, जहां से बड़े पैमाने पर प्रतिमाएं विसर्जन के लिए आती हैं। इस रास्ते में कदम-कदम पर गड्ढे मुश्किलें खड़ी करेंगे। जिला अस्पताल से कैली मार्ग, चननी रोड पर गड्ढों की भरमार है। मूड़घाट-कटरा चुंगी सड़क भी बदहाल है। भूअर निरंजनपुर, भूअर सराय की ओर से आने वाली प्रतिमाओं के सड़क चुनौती बनी हुई हैं। इसके अलावा शहर के वार्डो में जो प्रतिमाएं हैं, उन गलियों में भी समस्या है, जहां से निकालना भी चुनौतीपूर्ण होगा। भक्तों का कहना है कि समय से प्रशासन कोई व्यवस्था करें, जिससे परेशानी कम हो सकती है। ईओ नगर पालिका डा. मणि भूषण तिवारी ने बताया कि जिस मार्ग से प्रतिमाएं आएंगी, उनको समय से दुरुस्त करा लिया जाएगा, ताकि समस्या न हो।

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