घरों में घुसने लगा बाढ़ का पानी, आशियाना बने छत

तटबंधों पर बढ़ने लगा पानी का दबाव सरयू नदी का रौद्र रूप देख सहमे लोग

By JagranEdited By: Publish:Sat, 23 Oct 2021 10:36 PM (IST) Updated:Sat, 23 Oct 2021 10:36 PM (IST)
घरों में घुसने लगा बाढ़ का पानी, आशियाना बने छत
घरों में घुसने लगा बाढ़ का पानी, आशियाना बने छत

जागरण संवाददाता,दुबौलिया,बस्ती: सरयू नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। बाढ़ का पानी घरों में घुसने लगा है। लोग छतों को आशियाना बनाने को विवश हो गए हैं। तटबंध पर पानी का दबाव बढ़ने लगा है। उफनाई सरयू नदी का रौद्र रूप देखकर ग्रामीण सहमे हुए है। नदी का जलस्तर शनिवार को भी बढ़ा।

शुक्रवार को नदी खतरे के निशान से 40 सेमी ऊपर बह रही थी,जबकि शनिवार को 57 सेमी ऊपर बह रही है। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार 93.30 मीटर पर प्रवाहित हो रही है। जलस्तर बढ़ने से सुविखाबाबू जहां तीन दिनों से पानी से घिरा है वहीं माझा किताअव्वल के दो मजरों में लोग छतों पर रहकर दिन रात गुजार रहे है। टेड़वा, भुवरिया, श्रीराम पुरवा, अशोक पुर के कुछ मजरों में पानी भरने लगा है। वही खजांचीपुर के अजय कुमार व विशुनदासपुर के अनुसूचित बस्ती के ग्रामीण तटबंध पर आशियाना बनाना शुरू कर दिए है। टकटकवा रिगबांध ओवरफ्लो होने से गांव में पानी भर गया है। वहीं किशुनपुर-मोजपुर रिग बांध पर भी दबाव बढ़ता जा रहा है। तटबंध पर शरणार्थियों की भांति रहने को मजबूर प्रकृति का अभिशाप कहें या अधिकारियों की लापरवाही। दुबौलिया विकास क्षेत्र के विशुनदासपुर अनुसूचित बस्ती के लोग नदी का जलस्तर बढ़ते ही तटबंध पर शरणार्थियों की तरह रहने को मजबूर हो जाते हैं। इस गांव में कुल करीब 24 परिवार निवास करते हैं। त्रिभुवन, रामचरन, सूरज, लाल बहादुर, बुद्धि सागर, राम अवध, अदालत ने बताया कि बाढ़ की विभीषिका उन्हें हर बार झेलनी पड़ती है। प्रधान प्रतिनिधि नीरज सिंह ने बताया विस्थापित करने के लिए जमीन तलाश कर पट्टा कर दिया गया है। पैमाइश न होने के कारण जमीन आवंटन नहीं हो पाया है।

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रिसाव बंद कराने के लिए अधिकारी चितित

कलवारी, बस्ती: सरयू नदी के बढ़ते जलस्तर से सैफाबाद-कलवारी तटबंध पर बहादुरपुर विकास क्षेत्र के माझा खुर्द गांव के पास शनिवार की सुबह हल्का रिसाव होने लगा। यह देख ग्रामीणों ने की इसकी जानकारी बाढ़ खंड के अधिकारियों को दी। मौके पर पहुंचे बाढ़ खंड अधिकारी, एसडीएम सदर पवन जायसवाल व थानाध्यक्ष कलवारी अरविन्द कुमार शाही ने बोरी में मिट्टी भरवाकर बंधे पर डलवाया,तब जाकर रिसाव बंद हुआ। एसडीएम सदर ने बाढ़ खंड के अधिकारियों से तटबंध पर निगरानी रखने का निर्देश दिया ।

बाढ़ खंड के जेई विजय प्रकाश ने बताया कि सैफाबाद-कलवारी तटबंध पर 1.7 किलोमीटर पर हल्का रिसाव था। जिसे बंद करवा दिया गया है। तटबंध सुरक्षित है। लेकिन नदी के बढ़ते जलस्तर के कारण बंधे की निगरानी की जा रही है।

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