कप्तान साहब, मेरी भी फरियाद सुनिए
बस्ती: हम कप्तानगंज के व्यवसायी है। हमारे पास बिस्कुट, नमकीन व डिटर्जेट जैसे रोजमर्रा के लिए आवश्यक
बस्ती: हम कप्तानगंज के व्यवसायी है। हमारे पास बिस्कुट, नमकीन व डिटर्जेट जैसे रोजमर्रा के लिए आवश्यक सामानों की एजेंसी है। डिलेवरी वैन से हम हर दिन इन सामानों की आपूर्ति क्षेत्र के विभिन्न कस्बों मे करते हैं। पिछले वर्ष के 19 जून से अब तक दो चोरी व तीन लूट की पांच घटनाएं हमारे परिवार के साथ घट चुकी है। पर हाय रे ,आपकी पुलिस, खुलासे की कल्पना तो दूर हम लाख प्रयास के बाद मुकदमा दर्ज करवाने में भी सफल नहीं हुए।
हम रामबहाल गुप्ता व विष्नावती पत्नी रामजी गुप्ता एक ही परिवार के सदस्य है। विष्नावती शक्ति ट्रेडर्स के साथ टाफी, बिस्टिक की एजेंसी चलाती है तो रामबहाल गुप्ता जेपी एजेंसीज के साथ डिटर्जेंट, टाफी, बिस्किट की एजेंसी चलाते हैं। विष्नावती द्वारा संचालित डिलेवरी वैन को पिछले वर्ष 19 जून को हर्रैया थाना क्षेत्र के महूघाट के पास बदमाशों ने लूट लिया था जिसमें एक लाख की नकदी उड़ा ले गए थे। दूसरी घटना तीन माह बाद 28 अगस्त की है। जब दुबौलिया थाना क्षेत्र के विशेषरगंज के रमवापुर राजा गांव के पास शाम ढलते ही बदमाशों ने डिलेवरी वैन के मुनीम से 70 हजार छीन लिए थे। 19 नंवबर को कस्बे में खड़ी वैन संख्या यूपी 51 टी 0139 से चोरों ने लगभग एक लाख रूपए के सामान पर हाथ साफ कर दिया था। हद तो तब हो गयी ,जब ठीक डेढ़ महीने बाद 30 दिसंबर को चोरों ने उसी वैन से उसी स्थान से 50 हजार का सामान उड़ा दिया। इन चारों घटनाओं को लेकर रामबहाल की भाभी विष्नावती व उनके पुत्र जितेन्द्र व बब्लू मुकदमा दर्ज कराने के लिए दौड़ते रहे, लेकिन परिणाम शून्य रहा। शायद इसी का नतीजा है कि बदमाशों ने बर्बरता की सारी हदें पार करते हुए गुरुवार की शाम करीब पांच बजे कप्तानगंज क्षेत्र के गोविंदपारा गांव के समीप रामबहाल गुप्ता के डिलेवरी वैन से असलहे के बल पर 1 लाख 35 हजार रूपए की लूट कर पुलिस को खुली चुनौती दे दी। अन्य घटनाओं की तरह यह घटना भी समय की सीमाओं में दबती चली जाएगी। यह तो समय ही बताएगा, लेकिन इससे अब व्यवसायी ही नही आम जन का भी पुलिस से विश्वास उठता नजर आ रहा है।