शहरी मतदाता जागे तो खड़े हो जाएंगे सूबे में आगे

मतदान फीसद के एतबार से पहला चरण उत्साहजनक नहीं रहा। औसत मतदान हुआ।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 13 Apr 2019 02:00 AM (IST) Updated:Mon, 15 Apr 2019 06:10 AM (IST)
शहरी मतदाता जागे तो खड़े हो जाएंगे सूबे में आगे
शहरी मतदाता जागे तो खड़े हो जाएंगे सूबे में आगे

जेएनएन, बरेली: मतदान फीसद के एतबार से पहला चरण उत्साहजनक नहीं रहा। औसत मतदान हुआ। इससे अपने जिले के अफसरों की चिंता बढ़ गई है। 60 से बढ़ाकर मतदान को 70 फीसद से ऊपर ले जाना चुनौतीपूर्ण हो गया है। इस बारे में जब स्वीप (सिस्टमेटिक वोटर्स एजूकेशन एवं इलेक्ट्रोल पार्टीसिपेशन) के प्रभारी एवं सीडीओ सत्येंद्र कुमार से जागरण संवाददाता वसीम अख्तर ने बात की तो उन्होंने स्पष्ट कहा कि हमारी कोशिश का दारोमदार शहरी क्षेत्र के मतदाताओं पर टिका है। वे जाग गए तो सूबे में हमारा जिला आगे खड़ा हो जाएगा। काम मुश्किल है लेकिन उम्मीद है, हम इसे कर ले जाएंगे। सवाल : पहले चरण में मतदान के फीसद को देखकर क्या लग रहा है, 70 फीसद से ज्यादा का लक्ष्य पा लेंगे? जवाब : अपनी तरफ से कोशिश पूरी कर रहे हैं। अब नतीजा तो 23 अप्रैल के बाद ही पता लगेगा। सवाल : मतदान का फीसद कम रहने का बड़ा कारण क्या है और समस्या कहां है?

जवाब : शहरी क्षेत्र में हमेशा से ही मतदान कम होता रहा है। मतदान वाले दिन को लोग मनोरंजन के साधनों में गवां देते हैं। इस सोच को बदलने की कोशिश कर रहे हैं। देहात में ऐसा नहीं है। वहां प्रधान इत्यादि ज्यादातर मतदाताओं को वोट डालने निकाल लाते हैं। सवाल : मतदान का फीसद बढ़ाने के लिए नया क्या किया जा रहा है?

जवाब : कारण खोजने के बाद पहली बार बच्चों को आगे किया है। स्कूलों के माध्यम से अभिभावकों को लिखित शपथ दिलवा रहे हैं। उस पर दस्तखत करवाकर वापस भी मंगवाया गया है। पॉश कॉलोनियों पर फोकस है। मतदाता जागरूकता अभियान से परिवारों को जोड़ रहे हैं। बूथों पर मतदाताओं के लिए तमाम सुविधाएं उपलब्ध कराएंगे। पानी के साथ धूप से बचाव का इंतजाम भी किया जाएगा। 10 मॉडल बूथों पर सबसे पहले वोट डालने वालों को सर्टिफिकेट दिया जाएगा।

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