सिपाही के फर्जी आई कार्ड से इस बार पुलिस को धोखा नहीं दे पाया 50 हजार का इनामी बदमाश Bareilly News

रामपुर और बरेली के अलग-अलग थानों से वांछित छैमार बदमाश को कोतवाली पुलिस और एसटीएफ ने मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया है। उसके पास से सिपाही का एक फर्जी आइडी कार्ड भी बरामद हुआ है।

By Ravi MishraEdited By: Publish:Sun, 26 Jan 2020 09:17 AM (IST) Updated:Sun, 26 Jan 2020 09:17 AM (IST)
सिपाही के फर्जी आई कार्ड से इस बार पुलिस को धोखा नहीं दे पाया 50 हजार का इनामी बदमाश Bareilly News
सिपाही के फर्जी आई कार्ड से इस बार पुलिस को धोखा नहीं दे पाया 50 हजार का इनामी बदमाश Bareilly News

जेएनएन, बरेली : रामपुर और बरेली के अलग-अलग थानों से वांछित छैमार बदमाश को कोतवाली पुलिस और एसटीएफ ने मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया है। उसके पास से सिपाही का एक फर्जी आइडी कार्ड भी बरामद हुआ है। वह इस कार्ड के जरिए खुद को सिपाही बताकर पुलिस से बच निकलता था। उस पर 50 हजार रुपये का इनाम है।

शनिवार तड़के कोतवाली क्षेत्र की जंक्शन चौकी इंचार्ज सिद्धांत शर्मा को लखनऊ एसटीएफ की ओर से एक छैमार के रेलवे रोड पर होने की सूचना मिली। इस पर चौकी इंचार्ज सिद्धांत शर्मा और एसटीएफ की टीम रेलवे रोड पहुंच गई। वहां एक व्यक्ति किसी के इंतजार में खड़ा था। पुलिस टीम को आता देख उसने हमला कर दिया। बाद में पुलिस व एसटीएफ की टीम ने घेराबंदी कर उसे गिरफ्तार कर लिया।

पूछताछ में उसने अपना नाम थाना भुता के गांव डेरा सिंघाई निवासी तावर अली बताया। बताया कि वह छैमार है और अपने गैंग के साथ बरेली, रामपुर, मुरादाबाद, मेरठ आदि स्थानों पर डकैती, लूट और चोरी की वारदात को अंजाम दे चुका है। 50 हजार इनामी है। उस पर करीब 16 मुकदमे दर्ज पाए गए। वह गैंग के दो नए सदस्य के साथ यहां डकैती की वारदात को अंजाम देने आया था। पुलिस ने शनिवार को ही उसे जेल भेज दिया है।

2010 में रामपुर पुलिस ने भेजा था जेल : पूछताछ में छैमार तावर अली ने बताया कि 2010 में उसे रामपुर पुलिस ने डकैती के मामले में जेल भेजा था। 2017 में छूट कर आने के बाद उसने 2017-18 में बरेली में कई वारदात की थीं। इसमें उसके कई साथी जेल भी जा चुके हैं।

पकड़ा गया बदमाश छैमार है। उस पर कई मुकदमे दर्ज हैं। वह करीब एक साल से फरार चल रहा था। इस पर 50 हजार का इनाम रखा गया था। एसटीएफ और कोतवाली पुलिस के संयुक्त प्रयास से उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा जा रहा है।  - शैलेश पांडेय, एसएसपी

 

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